नई दिल्ली : यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन ;यूईएल ने सीमेंस और टी.हब के साथ मिलकर भारत का अपना टूर.2024 सफलतापूर्वक पूरा किया। यह टूर चेन्नई ;18 नवंबर, हैदराबाद ;19 नवंबर और वडोदरा 22 नवंबर तक फैला हुआ एक बहु.शहरी कार्यक्रम था। इसमें सम्मेलन गोलमेज सम्मेलन और पुरस्कार समारोह जैसे कई आकर्षक कार्यक्रम शामिल थे, जिनका उद्देश्य सतत शिक्षा को बढ़ावा देना, उद्योग.शैक्षिक साझेदारी को मजबूत करना और महिलाओं को सशक्त बनाना था। चेन्नई में यूईएल ने एक स्थिरता ;पर्यावरण अनुकूलद्ध समाधान सम्मेलन के साथ दौरे की शुरुआत की, जिसमें शुगरक्रेट® जैसे कम कार्बन निर्माण सामग्री जैसे अभूतपूर्व नवाचारों का प्रदर्शन किया गया। सम्मेलन में उद्योग विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं को पर्यावरण संबंधी चुनौतियों पर चर्चा करने और पर्यावरण अनुकूल समाधान तलाशने के लिए एक साथ लाया गया। यूईएल की भारत के प्रति प्रतिबद्धता को देश में भौतिक उपस्थिति स्थापित करने और भारतीय संस्थानों के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने की शुरुआत करने से और भी बल मिला।
हैदराबाद में यूईएल ने अपना उद्योग सलाहकार बोर्ड ;आईएबी शुरू किया, जो उद्योग.शैक्षिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उद्योग जगत के नेताओं और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों से युक्त आईएबी, अभिनव और उद्योग.संबंधित पाठ्यक्रम विकसित करने, छात्रों की रोजगार क्षमता बढ़ाने और अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक रणनीतिक मानव संसाधन गोलमेज सम्मेलन भी आयोजित किया गया, जिसमें डिजिटल परिवर्तन, कर्मचारी अनुभव तथा विविधता और समावेशन सहित मानव संसाधन में नवीनतम रुझानों और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
यूईएल की कुलपति और अध्यक्ष प्रोफेसर अमांडा जे. ब्रोडरिक ने दौरे की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा हमारा भारत का टूर.2024 एक उल्लेखनीय यात्रा रही है, जिसने हमें अग्रणी संस्थानों, उद्योग विशेषज्ञों और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से जुड़ने का अवसर दिया। मजबूत साझेदारी को बढ़ावा देने और पर्यावरण अनुकूल शिक्षा को बढ़ावा देने के ज़रिए हमारा लक्ष्य भारत के भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव डालना है। हम भारत के साथ अपने जुड़ाव को जारी रखने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस दौरे का समापन वडोदरा में हुआ, जहां यूईएल ने प्रतिष्ठित महिला नेतृत्व पुरस्कारों की मेजबानी की। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट महिला नेताओं को मान्यता दी गई और उनका सम्मान किया गया। यह कार्यक्रम लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के प्रति यूईएल की प्रतिबद्धता के अनुरूप था। व्यवसाय में समानता और विविधता के लिए नून केंद्र जैसी विश्वविद्यालय की पहल महिलाओं के अधिकारों को आगे बढ़ाने और विविध पृष्ठभूमि की महिलाओं के लिए अवसर पैदा करने में सहायक रही हैं।
भारत के अपने टूर.2024 के माध्यम से यूईएल ने न केवल अपनी वैश्विक उपस्थिति को मजबूत किया है, बल्कि जलवायु परिवर्तन और लैंगिक असमानता जैसी दबावपूर्ण वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित की है। अगली पीढ़ी के नेताओं को सशक्त बनाकर यूईएल भारत और दुनियाए दोनों के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार दे रहा है।