हैदराबाद में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एक ब्रॉन्च मैनेजर और उसके सहयोगियों को 175 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो के अधिकारी के मुताबिक, पकड़ा गया बैंक मैनेजर शमशीर गंज इलाके में स्थित SBI बैंक में काम करता है।
मैनेजर ने ठगों के साथ मिलकर अपनी ब्रांच में फर्जी अकाउंट खुलवाए। उनमें साइबर ठगी से पैसे जमा किए गए। इसके बदले मैनेजर को कमीशन मिलता था। पकड़े गए बैंक मैनेजर की पहचान 49 साल के मधु बाबू के रूप में हुई है। वहीं उसका पार्टनर 34 साल का जिम ट्रेनर संदीप शर्मा है।
अब जानिए कैसे हुआ मामले का खुलासा
साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो को शमशीर गंज की SBI ब्रॉन्च में छह अकाउंट के खिलाफ शिकायत मिली थी। टीम ने जांच की तो मालूम पड़ा कि इन अकाउंट के माध्यम से दो महीने (मार्च और अप्रैल) में बड़ी रकम का लेन-देन किया गया था।
जांच एजेंसी को संदेह हुआ कि ये अकाउंट होल्डर साइबर धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं। बाद में पता चला कि इन 6 अकाउंट्स के खिलाफ ठगी से जुड़ी करीब 600 शिकायतें की गईं थीं।
जानिए कैसे अकाउंट खोले गए, गरीबों की ID इस्तेमाल की
जांच में सामने आया कि दुबई से संचालित मुख्य जालसाज और उसके पांच सहयोगी गरीब लोगों को बैंक खाते खोलने को कहते थे। 24 अगस्त को साइबर सुरक्षा ब्यूरो ने 175 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल होने के आरोप में मोहम्मद शोएब तौकीर और महमूद बिन अहमद बावजीर नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। शोएब ने बैंक अकाउंट खोलने और दस्तावेज तैयार करने में अहम भूमिका निभाई।
अकाउंट खोलने के बाद, अकाउंट होल्डर के साइन चेक पर लिए जाते थे, जिन्हें फिर एक सहयोगी के पास रख दिया जाता था। कुछ पैसे क्रिप्टोकरेंसी के जरिए दुबई भेजे जाते थे।