गुजरात के भरूच का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें दिख रहा है कि छोटी सी जगह में सैकड़ों लोग इकट्ठा हैं और एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे हैं। भीड़ इतनी ज्यादा है कि स्टील की रेलिंग पहले तो टेढ़ी होती है और फिर लोगों के वजन से टूट जाती है। इसके साथ कई लोग नीचे गिर जाते हैं।
दरअसल, यह भीड़ एक होटल में रखे गए इंटरव्यू के दौरान जुटी। यह इंटरव्यू थरमैक्स कंपनी ने अंकलेश्वर के लॉर्ड्स प्लाजा होटल में रखा था।
अधिकारियों के मुताबिक थर्मैक्स कंपनी ने भरूच के झघडिया जीआईडीसी में बन रहे अपने नए प्लांट के लिए वैकेंसी निकाली थीं। इनमें शिफ्ट इंचार्ज, प्लांट ऑपरेटर, सुपरवाइजर, फिल्टर मैकेनिकल, एग्जीक्यूटिव, आईटीआई इंस्ट्रूमेंटेशन, इलेक्ट्रिशियन, सेफ्टी ऑफिसर, क्वालिटी केमिस्ट पद के लिए 10 वैकेंसी थीं।
कंपनी का अनुमान था कि 500-600 लोग पहुंचेंगे
कंपनी ने 9 जुलाई को वॉक इन इंटरव्यू के लिए विज्ञापन दिया था। इंटरव्यू के लिए 3 से 10 साल का अनुभव रखने वाले बीई (केमिकल), एओसीपी, बीएसी, एमएससी, डिप्लोमा, फिल्टर इंजीनियर को बुलाया गया था।
कंपनी का अनुमान था कि 500-600 लोग पहुंचेंगे, लेकिन यहां 1500 से अधिक युवक पहुंच गए। होटल के मैनेजर और गार्ड्स ने हालात काबू करने की कोशिश की थी, लेकिन युवक होटल की गैलरी में पहुंच गए और इससे रैलिंग टूट गई। कुछ रिपोर्ट्स में इंटरव्यू के लिए पहुंचे युवकों की संख्या 1800 तक बताई गई है।
कांग्रेस ने कहा- गुजरात मॉडल की नाकामी का सबूत
इस घटना को कांग्रेस ने बढ़ती बेरोजगारी और भाजपा के गुजरात मॉडल की विफलता का सबूत बताया है। कांग्रेस ने X पर एक पोस्ट में कहा कि वीडियो ने पार्टी के प्रचारित गुजरात मॉडल को उजागर कर दिया है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा इस बेरोजगारी मॉडल को पूरे देश पर थोप रही है।
भाजपा सांसद बोले- घटना कंपनी की गलती से हुई
भरूच के भाजपा सांसद मनसुख वसावा ने इस घटना का दोष कंपनी पर डाल दिया है। वसावा ने कहा कि यह जिला एक मिनी इंडिया है और देशभर के लोग वहां रहने और काम करने आते हैं।
उन्होंने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी सिर्फ 10 पोस्ट्स को भर रही थी। ऐसे में ओपन इंटरव्यू आयोजित करने के बजाय उन्हें नौकरी के मानकों को साफ-साफ बताना चाहिए था। यह घटना कंपनी के कारण हुई। हम इस हादसे को लेकर चिंतित हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहे हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
राहुल बोले- बेरोजगारी की बीमारी देश में महामारी बन चुकी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि 'बेरोजगारी की बीमारी' भारत में महामारी का रूप ले चुकी है और भाजपा शासित राज्य इस बीमारी का 'एपिसेंटर' बन गए हैं। एक आम नौकरी के लिए कतारों में धक्के खाता ‘भारत का भविष्य’ ही नरेंद्र मोदी के ‘अमृतकाल’ की हकीकत है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर कहा कि जिस तथाकथित मोदी मॉडल को देश भर में प्रचारित किया जाता है, उसकी पोल खोलने के लिए यह वीडियो काफी है। प्राइवेट होटल में नौकरी के लिए युवाओं की यह भीड़ इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि गुजरात में सिर्फ अमीरों का भला हुआ है। 30 सालों से गुजरात में भाजपा की सरकार है, फिर भी राज्य में बेरोजगारी भयावह स्थिति में है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस वीडियो को भाजपा सरकार के धोखेबाजी मॉडल का सबूत बताया है।