पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में रविवार (26 मई) को आए रेमल तूफान का असर मंगलवार (28 मई) को नॉर्थ-ईस्ट में दिखा। मिजोरम में लगातार बारिश और लैंडस्लाइड में 27 लोगों की मौत हो गई। इनमें 14 लोगों की मौत आइजोल में एक पत्थर की खदान ढहने से हुई। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं। करीब 8 लोग लापता हैं।
असम में भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। अलग-अलग घटनाओं में एक महिला सहित 4 लोगों की मौत हो गई। 18 घायल हो गए। नगालैंड में चार लोगों की मौत हो गई और 40 से ज्यादा घर तबाह हो गए। मेघालय में भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई और 500 से ज्यादा घायल हो गए।
रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, मलबे से दो लोग जिंदा निकाले गए
मिजोरम के DGP अनिल शुक्ला ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच पत्थर खदान पिछले तीन दशकों से बंद थी। यहां कई घर और वर्कर कैंप थे। मंगलवार सुबह 6 बजे यहां लैंडस्लाइड हुआ, जिससे करीब 22 लोग मलबे के नीचे दब गए।
14 लोगों के शव निकाले गए हैं। इनमें एक चार साल का लड़का और एक छह साल की लड़की है। 8 लापता लोगों की तलाश के लिए रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। इस दौरान मलबे में दबे दो लोगों को जिंदा निकाला गया।
मिजोरम में आज भी बारिश की आशंका
IMD ने बुधवार (29 मई) को मिजोरम के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना है। इस दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा, आंधी और बिजली गिरने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम में 30 मई तक भारी बारिश का अलर्ट है। असम और मेघालय में 29 और 30 मई को बहुत भारी बारिश हो सकती है।
CM ने 4 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया
मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने बारिश के कारण हुए हादसों में जान गंवाने वालों के परिवार को 4 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनी के बाद सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों को बुधवार (29 मई) को बंद करने का आदेश दिया है।
मंगलवार को राज्य के सभी स्कूल और सरकारी दफ्तर बंद कर दिए गए थे। सरकारी दफ्तर बंद थे। प्राइवेट कंपनियों को अपने कर्मचारियों से घर से काम करवाने के लिए कहा गया था।