मणिपुर सरकार ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर ऑपरेशन लॉन्च किया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा कि जिरीबाम जिले में अपहरण कर मारे गए तीन बच्चों और तीन महिलाओं के हत्यारों को पकड़ने के लिए पूरे राज्य में अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 7 और 11 नवंबर को जिरीबाम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद CRPF की दो कंपनियों को वहां भेजा गया था। इसके तुरंत बाद ही पांच अतिरिक्त कंपनियों को वहां तैनात किया गया। बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ आरोपियों की पहचान की गई है। जब तक गुनहगारों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ केस दर्ज नहीं किया जाता है, ऑपरेशन जारी रहेगा।
बीरेन सिंह की 4 प्रमुख बातें...
1. हम जनता को बताना चाहते हैं कि मौजूदा हालात में हम मीडिया के जरिए आपको जानकारी नहीं दे पाएंगे। कई ऐसे मौके रहे हैं, जब सरकार ने सार्वजनिक तौर पर कोई ऐलान किया है और उसका फायदा उठाकर हमारे अभियानों को रोकने की कोशिश की गई है और हमारे लिए मुश्किलें खड़ी की गई हैं।
2. राज्य के मुद्दे बहुत उलझे हुए हैं। यहां बाहरी ताकतों का भी दखल है, जिसके बारे में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नेताओं और गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी गई है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी करके बताया है कि जिरीबाम में हुई सभी छह हत्याओं (3 महिला और 3 बच्चे) और जायरोकपोकपी में अन्य महिला की मौत, CRPF पर उग्रवादियों के हमले और परिणामस्वरूप 10 उग्रवादियों की मौत के केस को एजेंसी ने दोबारा दर्ज किया है।
3. मैं लोगों अपील करना चाहता हूं कि अपना संयम बनाए रखें, क्योंकि ये बहुत ही गंभीर स्थिति है और भावनाओं के आधार पर इसका समाधान नहीं निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में दोबारा AFSPA लगाया गया है, उनकी सरकार उन इलाकों से AFSPA हटाने की मांग करती रहेगी।
4. हमारी सरकार के सामने इस वक्त जो चुनौतियां हैं, उन्हें कुछ संगठन गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। ये चुनौतियां हमारे सामने इसलिए आई हैं, क्योंकि हमने यहां के लोगों को अवैध प्रवासियों और ड्रग्स से बचाने की कोशिश की। हम इन मुद्दों पर कभी समझौता नहीं करेंगे।
जिरीबाम से अगवा किए गए 6 लोगों में से 3 की पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट सामने आई
11 नवंबर को जिरीबाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 10 कुकी-जो उग्रवादियों को मार गिराया था। इसके बाद कुकी उग्रवादियों ने एक मैतेई परिवार के 6 लोगों को अगवा कर लिया था। इनमें तीन महिलाएं और तीन बच्चे थे। ये जिरीबाम के राहत शिविर में शरण लिए थे। 16 नवंबर को इनके शव नदी में तैरते मिले थे।
रविवार को इनमें से 3 के शवों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई। इन शवों में 3 साल के बच्चे चिंगखेंगनबा का शव भी था। डॉक्टरों को बच्चे के सिर में गोली का घाव मिला। दिमाग का एक हिस्सा और दाहिनी आंख गायब थी। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चे को पास से सिर में गोली मारी, जिससे उसके दिमाग का हिस्सा उड़ गया। उसके सीने और शरीर में कई जगह चाकू के घाव और हाथ में फ्रैक्चर मिला है।
एक महिला के सीने में 3 तो दूसरी के शरीर में 5 गोलियों के घाव मिले
अभी छह में दो महिलाओं 60 साल की वाई रानी देवी, 25 साल की एल. हेतोनबी देवी और 3 साल के चिंगखेंगनबा सिंह की ही पीएम रिपोर्ट आई है। अपहरण के बाद इनकी फोटो वायरल हुई थी। इसमें 3 साल के चिंगखेंगनबा के सामने उसकी मां हेतोनबी और आठ महीने का भाई बैठा है। रिपोर्ट बताती है कि हेतोनबी की छाती में 3 गोलियां मारी गई थीं। रानी देवी की खोपड़ी, पेट, हाथ में एक-एक तो छाती में दो गोलियों के घाव मिले हैं।
मणिपुर की सुरक्षा में CAPF की 288 कंपनियां तैनात
जिरीबाम से 6 लोगों के अगवा किए जाने और उनके शव मिलने के बाद से इलाके में हालात और खराब हो गए। यहां हिंसा बढ़ गई, जिसके चलते सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की 288 कंपनियां तैनात की गईं। शुक्रवार को 90 और कंपनियों को तैनात किया गया।
मणिपुर के चीफ सिक्योरिटी एडवाइजर कुलदीप सिंह ने कहा था कि कंपनियों को अलग-अलग जगह भेजा जा रहा है। मणिपुर में CRPF, SSB, असम राइफल, ITBP सहित दूसरी आर्म्ड फोर्स की कंपनियां तैनात हैं।
चीफ सिक्योरिटी एडवाइजर कुलदीप सिंह ने कहा था कि हमने पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर जिले में नए कोऑर्डिनेशन सेल और जॉइंट कंट्रोल रूम तैयार किए जाएंगे। हमने उन सेल और और जॉइंट कंट्रोल रूम का रिव्यू किया है जो पहले से मौजूद हैं।
मंत्री एल सुसींद्रो ने घर को कंटीले तारों से कवर किया
16 नवंबर को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और 17 विधायकों के घर पर हमले हुए थे। राज्य के मंत्री एल सुसींद्रो के घर को भी निशाना बनाया गया था।
सुसींद्रो ने इंफाल ईस्ट स्थित अपने घर को कंटीले तारों और लोहे के जाल से कवर किया है। उन्होंने कहा- संपत्ति की रक्षा करना हमारा संवैधानिक हक है। अगर भीड़ ने फिर हमला किया तो इसका जवाब दिया जाएगा।
सुसींद्रो ने कहा था कि मई से यह तीसरी बार है, जब मेरी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। इस बार करीब 3 हजार लोग घर के बाहर जुट गए। उन्होंने घर को नुकसान पहुंचाया, फायरिंग की गई।
BSF और मेरे सुरक्षाबलों ने पूछा कि क्या किया जाना चाहिए तो मैंने कहा कि भीड़ को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना है। हालांकि उन्होंने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायर किए।
सुसींद्रो काफी चर्चा में रहते हैं। जब मणिपुर में हथियार लूटे जा रहे थे, तब उन्होंने घर में वेपंस ड्रॉप बॉक्स बनाया था, ताकि लोग हथियार जमा कर दें। सुसींद्रो, मैतेई समुदाय से आते हैं।