महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय सिरसाट ने बुधवार को कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया। एकनाथ शिंदे के चलते महायुति को फायदा हुआ। सिरसाट ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में यह दावा किया कि एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद नहीं स्वीकार करेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के 4 दिन बाद भी सीएम पर फैसला नहीं हो पाया है। भाजपा आज यहां पर्यवेक्षक भेजेगी, जो विधायकों से रायशुमारी करके CM के नाम का ऐलान करेंगे। उधर, कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
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सूत्रों के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस को भाजपा हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों का दावा- भाजपा ने चुनाव से पहले सीएम के लिए शिंदे के नाम पर सहमति जताई थी।
नई सरकार पर संभावित फॉर्मूला
सूत्रों के मुताबिक, अगर फडणवीस CM बनते हैं तो नई सरकार में पहले की ही तरह दो डिप्टी CM होंगे। NCP की ओर से अजित पवार और शिवसेना की ओर से शिंदे किसी नए विधायक का नाम आगे कर सकते हैं।
नई सरकार का एजेंडा तय करने के लिए तीनों दलों की एक कमेटी बनाई जा सकती है, जिसके मुखिया एकनाथ शिंदे हो सकते हैं। हालांकि, शिवसेना प्रवक्ता कृष्ण हेगड़े ने इससे इनकार किया।
नेता विपक्ष को लेकर MVA मिलकर दावा पेश कर सकती है
विधानसभा चुनाव में किसी भी विपक्षी पार्टी को सदन में नेता प्रतिपक्ष (LoP) के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली हैं। नियमानुसार विधानसभा सीटों की कम से कम 10% सीटें जीतने वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। अगर कई पार्टियों ने इससे ज्यादा सीटें हासिल की हों, तो सबसे ज्यादा सीट वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। इस बार ऐसा नहीं है इसलिए MVA के संयुक्त LoP पद का दावा कर सकती है। इस संबंध में राज्यपाल को पत्र लिखकर प्री-पोल अलायंस का तर्क दिया जाएगा।