नई दिल्ली । रूस ने एस-400 मिसाइल सिस्टम डील पर भारत के अमेरिका के आगे नहीं झुकने के लिए रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। अमेरिका के तमाम विरोध के बाद भी भारत ने मॉस्को के साथ इस मिसाइल डील को अंजाम तक पहुंचाया है। अमेरिका ने इस डील को रुकवाने के तमाम प्रयास किए थे और जब कोई उपाय काम नहीं आया तो उसने प्रतिबंधों तक की धमकी दे दी थी।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। अमेरिकी प्रतिबंधों के खतरे के बाद भी भारत ने रूस के साथ एस-400 मिसाइल डील को अंजाम दिया। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हमारे भारतीय मित्रों ने स्पष्ट और दृढ़ता से समझाया कि वे एक संप्रभु देश हैं और वे तय करेंगे कि किसके हथियार खरीदने हैं और कौन इस और अन्य क्षेत्रों में भारत का भागीदार बनने जा रहा है।
पुतिन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय बैठक में सीमा पार आतंकवाद पर भी चर्चा हुई। बैठक में अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को नहीं होने देने को लेकर भी बात हुई। दोनों देशों के बीच कल हुए 28 समझौतों में 6 दोनों सरकारों के बीच जबकि बचे हुए बिजनेस टू बिजनेस समझौते हुए। मोदी-पुतिन के बीच हुई बातचीत के जारी बयान में बताया गया कि बैठक में अफगानिस्तान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। पुतिन का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भले ही पिछले कुछ दशकों में दुनिया में कई बदलाव हुए हों, इसके बाद भी भारत-रूस की दोस्ती स्थाई है। पुतिन ने कहा रूस सैन्य और तकनीकी सहयोग भारत के साथ बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा भारत हमारा करीबी साझेदार है। दोनों देशों ने आतंकवाद के हर रूप के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जताई है। बैठक में कट्टरता से निपटने और अफगानिस्तान को आतंकियों का पनाहगाह नहीं बनने देने को लेकर भी बातचीत हुई।