ऑपरेशन अलर्ट के दौरान सेना का ट्रक खाई में गिर गया, जिससे तीन जवान शहीद हो गए। चार अन्य घायल हो गए। शहीदों में एक जवान बाड़मेर (राजस्थान) जिले का रहने वाला था। हादसा 27 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले के लिमीकिंग से करीब 15 किलोमीटर दूर बोरारूपक के पास हुआ था। उधर, शोक में बाड़मेर के हरसाणी गांव का बाजार पूरी तरह बंद है।
2010 में सेना में भर्ती हुए थे
बाड़मेर जिला मुख्यालय से करीब 95 किमी दूर हरसाणी गांव के रहने वाले हवलदार नखत सिंह (34) साल 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। नखत सिंह के चचेरे भाई महेंद्र ने बताया कि नखत सिंह 19 ग्रेनेडियर यूनिट में तैनात थे। अरुणाचल प्रदेश में यूनिट बीते 2 साल से अधिक समय से तैनात थी। हादसे की सूचना मंगलवार को मिली। सेना के किसी अधिकारी ने नखत सिंह के चाचा से फोन पर बात की थी। फिलहाल पत्नी और बच्चों को इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
जवान के दो बच्चे हैं
महेंद्र (नखत सिंह के चचेरे भाई) ने बताया- नखत सिंह सहित 6 भाई और एक बहन थे। इनके पिता का स्वर्गवास करीब 5 साल पहले हो गया था। भाई खेतीबाड़ी करते हैं। पत्नी विजय लक्ष्मी (31) गृहिणी हैं। इनके 2 बच्चे हैं। बेटा शौर्य 7 साल का और बेटी निकू 3 साल की है। साल 2015 में नखत सिंह की शादी हुई थी।
डिब्रूगढ़ एयरबेस से दिल्ली लाई जाएगी पार्थिव देह
नखत सिंह की पार्थिव देह गुरुवार (29 अगस्त) की सुबह 11 बजे बाड़मेर लाई जाएगी। असम के डिब्रूगढ़ एयरबेस से हेलिकॉप्टर में रखकर पार्थिव देह को पहले दिल्ली लाया जाएगा। दिल्ली से उनके पैतृक गांव लाई जाएगी।
जिला मुख्यालय से 145 किमी दूर हुआ हादसा
हादसा मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले से करीब 145 किलोमीटर दूर हुआ। शहीदों में हवलदार नखत सिंह, नायक मुकेश कुमार और ग्रेनेडियर आशीष शामिल हैं। चारों घायल जवानों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सेना के ईस्टर्न कमांड ने शोक व्यक्त किया है।
पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट ने की संवेदना प्रकट
भारतीय सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आर.सी. तिवारी और सभी रैंक्स ने शोक-संवेदनाएं व्यक्त की हैं। सोशल मीडिया X पर लिखा- भारतीय सेना शोक संतप्त परिवारों के साथ दृढ़ता से खड़ी है।