आरएफआईडी तकनीक से आसान हो जाएगा काम
अभी तक भक्तों को बारकोड वाला एक कागज का पास दिया जाता है। जिस पर उनका नाम, उम्र, पता, तारीख और दर्शन का समय लिखा होता है। अब आरएफआईडी तकनीक से यह काम और आसान हो जाएगा।
दर्शन के बाद वापस करना होगा बैंड
किसी भी भक्त को ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से भस्म आरती की अनुमति मिलने के बाद पहले काउंटर पर बैंड दिया जाएगा। भस्म आरती का टिकट दिखाने के बाद श्रद्धालु मानसरोवर के रास्ते अंदर जाएंगे। रास्ते में कई जगहों पर लगे RFID रीडर से होकर गुजरना होगा। आरती के बाद यह कलाई बैंड एक निश्चित काउंटर पर वापस जमा करना होगा।