नई दिल्ली । भारत और एशिया के प्रमख रईसों में ऐ एक गौतम अडानी अब ट्रैवल बिजनस में उतरने जा रहे हैं। अडानी ग्रुप ने ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर क्लियरट्रिप प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की। हालांकि कंपनी ने सौदा राशि का खुलासा नहीं किया। कोरोना महामारी के कारण देश में ट्रैवल पर कई पाबंदियां लगाई गई थी लेकिन अब इनमें काफी हद तक ढील दी जा चुकी है। क्लियरट्रिप दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ग्रुप का हिस्सा है। अडानी ग्रुप ने बताया कि उसने यह हिस्सेदारी प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से उपभोक्ताओं को सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करने लिए की है।
ग्रुप ने एक बयान में कहा कि हम क्लियरट्रिप प्राइवेट लिमिटेड में निवेश कर रहे है। यह ऑनलाइन ट्रैवल (ओटीए) मंच है और घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ग्रुप का हिस्सा है। इस सौदे के नवंबर में पूरा होने की उम्मीद है। क्लियरट्रिप में हिस्सेदारी खरीदने से अडानी ग्रुप को सुपरएप और एयरपोर्ट मैनेजमेंट बिजनस में मदद मिलेगी। अडानी ग्रुप देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट ऑपरेटर बनकर उभरा है और उसका कहना है कि पैसेंजर्स की संख्या कोरोना पूर्व के स्तर के करीब पहुंच चुकी है।
इस निवेश से अडानी ग्रुप और फ्लिपकार्ट ग्रुप के बीच हिससेदारी बढ़ेगी। क्लियरट्रिप प्लेटफॉर्म सुपरएप का हिस्सा होगा। फ्लिपकार्ट ऑनलाइन सर्विसेज ने देश में सबसे बड़े वेयरहाउस बनाने के लिए अप्रैल में अडानी ग्रुप के साथ एक समझौता किया था। अडानी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड मुंबई में 534,000 स्क्वायर फीट का फुलफिलमेंट सेंटर बना रही है जिसका आकार 11 फुटबॉल फील्ड्स के बराबर है। वह इसे लीड पर फ्लिपकार्ट को देगी। इस साल अडानी की नेटवर्थ में 121 फीसदी उछाल आया है।