यूपी पुलिस भर्ती सिपाही परीक्षा पेपर लीक मामले में गुजरात की अहमदाबाद स्थित एजुटेस्ट एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। इसी एजेंसी को फरवरी में 60,200 से अधिक पुलिस सिपाही के पदों के लिए भर्ती परीक्षा को आयोजित कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। बाद में पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द करना पड़ा था।
7 साल पहले भी पेपर लीक केस में हो चुका गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि अहमदाबाद गुजरात की कंपनी एजुटेस्ट ने पेपर पहुंचाने के लिए नोएडा की लॉजिस्टिक कंपनी को ठेका दिया था। इसी लॉजिस्टिक कंपनी के वेयरहाउस से पेपर लीक हुआ था। यूपी पेपर लीक मामले के आरोपी विनीत आर्य को साल 2017 में बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक
अहमदाबाद के सिंधुभान रोड पर जेबीआर नाम की कंपनी चलाने वाले विनीत आर्य ने बाद में प्रिंटिंग और फिर कंस्ट्रक्शन का काम करना शुरू किया। उसने कई जगहों पर रिसॉर्ट्स की चेन भी बनाई है। इसकी मदद से उसने देश भर में कई जगह करोड़ों रुपयों का साम्राज्य खड़ा कर लिया है।
हालांकि, उसके सारे कारोबार अहमदाबाद से ही संचालित होते हैं। यूपी की सबसे बड़ी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद विनीत की सीधी संलिप्तता सामने आई है। विनीत को यूपी पुलिस के साथ गुजरात पुलिस भी तलाश कर रही है।
विनीत आर्य को मिला था भर्ती पेपर छापने का कॉन्टेक्ट
अहमदाबाद के थलतेज में रहने वाले विनीत की कंपनी एज्युटेस्ट के निदेशक भी उसके परिवार के सदस्य ही हैं। साल 2007 में बिहार की बिहार स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से विनीत की कंपनी (कोन्फिसेक प्रा.लि.) को पेपर छापने का कॉन्ट्रेक्ट मिला था।
परीक्षा के पेपर लीक में नाम सामने आने के बाद विनीत ने एज्युटेस्ट नाम की अपनी दूसरी प्रिंटिंग कंपनी शुरू की थी और इसके नाम पर उत्तर प्रदेश की पुलिस भर्ती के पेपर छापने का कॉन्ट्रेक्ट हासिल किया था। इस मामले में उत्तर प्रदेश की मेरठ यूनिट की पुलिस अहमदाबाद भी आई थी।
इस बात की भी चर्चा हो रही है कि जब विनीत यूपी पेपर लीक मामले में संदेह के घेरे में था तो एक बड़े नेता ने उसकी मदद करने की भरपूर कोशिश की थी। इतना ही नहीं, विनीत को आलीशान जीवन शैली के लिए भी पहचाना जाता है। विनती के कई राजनेताओं और बड़े बिल्डर्स से अच्छे संबंध हैं।
एजुटेस्ट नाम की कंपनी का कार्यालय अहमदाबाद के पॉश इलाके बोदकदेव में सिंधुभान रोड पर स्थित है। कंपनी जेबीआर नाम के कॉर्पोरेट ऑफिस में 3 मंजिलों पर चलती है। इसके अलावा बिल्डिंग की बाकी जगह किराए पर दी गई हैं। कार्यालय में बड़ी संख्या में कर्मचारी हैं। कंपनी के कार्यालय में बाहरी लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं है।
दिव्य भास्कर ने कंपनी के एक कर्मचारी से बात की तो उसने बताया कि विनीत जल्द ही आधिकारिक स्पष्टीकरण देंगे। विनीत के विदेश भागने की चर्चा पर कर्मचारी ने कहा कि वे अभी भी अहमदाबाद में ही हैं। उनके पिता की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।