नई दिल्ली। दुनिया भर में मंडरा रहे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच देश को बड़ी राहत मिली है। भारत में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केसों की संख्या 1 लाख से नीचे पहुंचकर 99,023 ही रह गई है। यह आंकड़ा बीते 547 दिनों यानी करीब डेढ़ साल में सबसे कम है।
बीते एक दिन में देश में कुल 8,954 नए केस पाए गए हैं, जबकि 10,207 लोग इससे रिकवर हुए हैं। यही नहीं रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ते हुए 98.36 पर्सेंट हो गया है, जो बीते साल मार्च के बाद से अब तक का निचला स्तर है। एक्टिव केसों के प्रतिशत के लिहाज से देखें तो अब यह आंकड़ा सिर्फ 0.29 पर्सेंट ही रह गया है, जो काफी कम है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना संक्रमण से निपटने में वैक्सीनेशन से भी मदद मिली है। अब तक देश में 124.10 करोड़ कोरोना टीके लग चुके हैं और यह अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि कोरोना से आने वाले दिनों में और राहत मिलेगी। हालांकि द।
अफ्रीका से एक बार फिर खतरे के संकेत दुनिया को मिल रहा है। यहां पहली बार पाया गया ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से फैलने वाला कोरोना संक्रमण है और इसके चलते चिंताएं बढ़ गई हैं। इजरायल, जापान जैसे कई देशों ने अपनी सीमाओं को सील किया है और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर रोक लगा दी है। भारत में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर सख्ती बरती जा रही है।
कई राज्यों में प्राइमरी स्कूलों को खोलने के फैसले को एक बार फिर से कुछ और दिनों के लिए टाल दिया गया है। इसके अलावा एयरपोर्ट्स पर भी सख्ती बरती जा रही है। इंटरनेशनल ट्रैवलर्स के लिए नए और सख्त नियम लागू किए गए हैं। अब भारत आने वाले किसी भी शख्स के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी और उसे पिछले 14 दिनों की अपनी ट्रैवल हिस्ट्री भी बतानी होगी। यही नहीं राज्यों को टेस्ट्स में तेजी लाने को भी कहा गया है ताकि ओमिक्रॉन वैरिएंट के किसी भी खतरे को समझकर उससे निपटने के प्रयास किए जा सकें।