नई दिल्ली । उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने भारतीय फुटवियर एवं चमड़ा विकास कार्यक्रम (आईएफएलडीपी) को जारी रखने की मंजूरी देते हुए इसके लिए 1,700 करोड़ रुपए का वित्तीय आवंटन किया है। मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 19 जनवरी की बैठक में आईएफएलडीपी को 31 मार्च 2026 तक जारी रखने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। इस कार्यक्रम की समीक्षा किए जाने पर पहले ही इसकी अवधि खत्म हो जाएगी।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने चमड़ा क्षेत्र के लिए ढांचागत विकास के मकसद से यह कार्यक्रम शुरू किया है। इस क्षेत्र में नया निवेश आकर्षित करने, रोजगार सृजन और उत्पादन बढ़ाने के लिए आईएफएलडीपी शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत कुछ उप-योजनाएं भी शुरू की जाएंगी। इनमें टिकाऊ प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरणीय प्रोत्साहन, चमड़ा क्षेत्र के एकीकृत विकास, संस्थागत सुविधाओं के गठन और ब्रांड प्रोत्साहन की योजनाएं शामिल हैं।