देश के 4 राज्यों महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में इस साल विधानसभा चुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने राज्यों में वोटर्स लिस्ट में अपडेशन को लेकर आदेश जारी कर दिया। यह काम 20 अगस्त तक पूरा होना है।
वोटर्स डेटा अपडेशन के बाद चुनाव आयोग चारों राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में इसी साल सितंबर तक चुनाव कराने का निर्देश दिया है।
BJP ने 18 जून को चारों राज्यों के चुनाव प्रभारियों का ऐलान किया था
BJP ने 18 जून को महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारियों का ऐलान कर दिया था। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव राज्य के सह-प्रभारी होंगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हरियाणा का चुनाव प्रभारी और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को राज्य का सह-प्रभारी बनाया गया है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान झारखंड के चुनाव प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा राज्य के सह-प्रभारी बनाए गए हैं। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को जम्मू-कश्मीर का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
BJP और I.N.D.I.A ब्लॉक के लिए अहम होंगे ये चुनाव
लोकसभा चुनाव के बाद होने जा रहे ये विधानसभा चुनाव BJP और I.N.D.I.A ब्लॉक के लिए पहला लिटमस टेस्ट होगा। BJP ने इस बार लोकसभा चुनाव में 240 सीटें हासिल की हैं। जो बीते दोनों लोकसभा चुनावों में मुकाबले काफी कम हैं। 2019 में बीजेपी ने 303 और 2014 में 282 सीटें जीती थीं।
बीजेपी को महाराष्ट्र और हरियाणा में अपनी सरकार बचानी है, वहीं झारखंड में उसे I.N.D.I.A ब्लॉक से अपनी सरकार वापस लेनी होगी। खासकर महाराष्ट्र में जहां RSS से जुड़ी एक पत्रिका ने अजित पवार के साथ भाजपा के गठबंधन की समझदारी पर सवाल उठाए हैं।
भाजपा ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की NCP के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ा था। इन दोनों नेताओं ने भाजपा से हाथ मिलाने के लिए अपनी पार्टियों को तोड़ दिया था। कहा जा रहा है कि BJP ने सर्वे कराया है कि उसे महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ना चाहिए या महायुति के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना चाहिए।
हरियाणा में पहले ही नेतृत्व परिवर्तन हो चुका है और भाजपा को उम्मीद है कि यह राज्य में पार्टी के सुधार की शुरुआत होगी। झारखंड में BJP सत्तारूढ़ गठबंधन पर दबाव बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सीनियर कांग्रेस नेता आलमगीर आलम की गिरफ्तारी का फायदा उठाने की कोशिश करेगी।
जम्मू-कश्मीर में BJP को झटका, INDIA सरकार के आसार
इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने 3 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा इलेक्शन की प्रोसेस जल्द शुरू हो जाएगी। इसी महीने वोटिंग की तारीखें भी आ सकती हैं।
लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के हिसाब से देखें, तो विधानसभा चुनाव में फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। उसे 33 सीटें मिल सकती हैं।
कांग्रेस और PDP की सीटें मिला दें, तो INDIA ब्लॉक 45 सीटों पर आगे रहेगा। BJP 29 सीटों पर लीड ले सकती है। लोकसभा चुनाव में PDP कश्मीर में अलग लड़ी थी। जम्मू में उसने INDIA ब्लॉक को सपोर्ट किया था।
ये प्रिडिक्शन, इलेक्शन कमीशन के डेटा, पॉलिटिकल एक्सपर्ट से बातचीत और लोकसभा चुनाव में पार्टियों की परफॉर्मेंस से निकला है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में वोटिंग का पैटर्न बदल भी सकता है।
महाविकास अघाड़ी महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव साथ लड़ेगी
महाविकास अघाड़ी (MVA) महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव एक साथ लड़ेगी। यह ऐलान शनिवार, 15 जून को गठबंधन की बैठक के बाद शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने किया था।
उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव की जीत MVA के लिए अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है। हम सभी दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे। मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में हुई इस बैठक में NCP (SCP) नेता शरद पवार, कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण शामिल हुए थे। इस दौरान महाराष्ट्र की जनता को लोकसभा चुनाव में 31 सीटें जिताने पर धन्यवाद दिया था।
लोकसभा चुनाव में गठबंधन ने महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 31 सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा गठबंधन को 17 सीटें मिली हैं। विधानसभा की 288 सीटों पर अक्टूबर में चुनाव हो सकते हैं। फिलहाल राज्य में शिवसेना शिंदे गुट, भाजपा और NCP अजित पवार गुट की सरकार है और MVA लोकसभा चुनाव की सफलता विधानसभा चुनाव में भी दोहराना चाहती है।