सीहोर । शुक्रवार को शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में सामाजिक न्याय विभाग और केन्द्र के संयुक्त प्रयासों से भारत सरकार के निर्देशानुसार मद्य निषेध सप्ताह का आयोजन किया गया था। इस मौके पर बड़ी संख्या में सप्ताह के समापन अवसर पर एक साथ दो सौ से अधिक लोगों ने ऐतिहासिक मानव श्रृंखला बनाकर नशा मुथ्कत का संकल्प लिया और सामूहिक रूप से नशे से दूर रहने की शपथ भी ग्रहण की।
इस मौके पर सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक श्रवण कुमार पचौरी ने कहा कि किसी भी प्रकार का नशा मनुष्य के सामाजिक, आर्थिक एवं शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इसका परिणाम असाध्य बीमारी के रूप में सामने आता है, वर्तमान समय में समाज को नशा मुक्त बनाने की महती आवश्यकता है जिसके लिए हर एक व्यक्ति को जागरूक कर नशा मुक्त समाज की स्थापना की जा सकती है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा जागरूकता अभियान के तहत हर वर्ष दो अक्टूबर से मद्य निषेध सप्ताह का आयोजन करता चला आ रहा है।
इस वर्ष भी विभाग और संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र के संयुक्त प्रयासों से पूरे सप्ताह अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए जागरूकता अभियान चलाया गया था। शुक्रवार को इस दौरान केन्द्र के संचालक राहुल सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में हितग्राहियों ने नशा मुक्ति की शपथ ग्रहण की। उन्होंने कहा कि नशा का सेवन किसी व्यक्ति के परिवार को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
इससे कई बार परिवार को आर्थिक हानि उठानी पड़ती है व परिवार में विवाद की परिस्थितियां निर्मित होती है। कई बार वो किसी बड़े अपराध का रूप ले लेती है, नशा न केवल व्यक्ति को बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है। इसलिए नशे की लत से दूर रहना चाहिए। इस दौरान यहां पर मौजूद पंडित शैलेष तिवारी, समाजसेविका श्रीमती अंजू अजय अग्रवाल, नीतू मुकेश गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन परामर्शदाता आनंद व्यास ने किया। वहीं आभार प्रदर्शन केन्द्र प्रभारी नटवर कुशवाहा ने किया। इस दौरान अमित जैन, दीपक गौर, मनीष सोनी, रितेश माहेश्वरी, श्रवण सिंह संधु, बाबू सिंह संधु, धर्मेन्द्र शर्मा, प्रवेश शिल्पकार आदि शामिल थे।
मानव श्रृंखला में वृद्धों ने भी बढ़ाया हौसला, थामे हाथ
शुक्रवार को ऐतिहासिक मानव श्रृंखला में वृद्धजन भी पीछे नहीं