लखनऊ । उत्तर प्रदेश की सत्ता में भाजपा की दोबारा वापसी में सबसे बड़ी बाधा ब्राह्मण वोटों की नाराजगी मानी जा रही है। इसे दूर करने के लिए अब लखनऊ से नहीं बल्कि दिल्ली दरबार से कवायद शुरू की गई है। यूपी भाजपा के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली आवास पर रविवार को आगामी चुनाव को लेकर ब्राह्मण नेता के साथ बैठक की, तो सोमवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ब्राह्मण नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान 2022 के चुनाव में ब्राह्मण समाज की नाराजगी को दूर करने के लिए बनाई गई रणनीति पर चर्चा की गई।
यूपी चुनाव से पहले भाजपा अपने सभी सियासी समीकरणों को सेट कर लेना चाहती है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली आवास पर यूपी के ब्राह्मण नेताओं की बैठक रविवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे शाम तक चली। बैठक में योगी सरकार में शामिल ब्राह्मण मंत्री शामिल हुए तो साथ ही यूपी से संबंध रखने वाले के ब्राह्मण समाज के केंद्रीय मंत्री और सांसदों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान यूपी चुनाव में ब्राह्मणों को साधने के लिए भाजपा ने एक कमेटी भी बनाई।
वहीं, केंद्रीय धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में यूपी से ताल्लुक रखने वाले ब्राह्मण केंद्रीय मंत्री और योगी सरकर में शामिल ब्राह्मण मंत्री और सांसदों ने सोमवार सुबह 10 बजे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान रविवार की बैठक में हुई चर्चा पर आगे रणनीति तय की गई। सूत्रों के अनुसार धर्मेंद्र प्रधान के घर ब्राह्मण मतदाताओँ को साधने के लिए जो रणनीति और कमेटी बनाई गई, उस पर भी जेपी नड्डा से चर्चा की गई।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बैठक में सूबे के ब्राह्मण नेताओं से फीडबैक लिया, जिसमें कई तरह की बातें सामने आई हैं। बैठक में पूर्वांचल के इलाके में ब्राह्मणों की उपेक्षाओं का मुद्दा उठा तो कानपुर के इलाके के नेताओं ने खुशी दुबे के साथ किए व्यवहार को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। इतना ही नहीं ब्राह्मण वर्ग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में कोई विशेष काम नहीं किए जाने की बात भी रखी गई।
यूपी के चुनाव में ब्राह्मणों को साधने के लिए भाजपा ने एक कमेटी बनाई है, जिसका नेतृत्व पूर्वांचल के ब्राह्मण नेता शिवप्रताप शुक्ल को सौंपा गया है। इसके अलावा कमेटी में अभिजात मिश्रा, बृजेश पाठक, अशोक बाजपेयी और अजय मिश्रा उर्फ टेनी को शामिल किया गया है।
बैठक में भाजपा सरकार द्वारा ब्राह्मण वर्ग के लिए किए गए कामों को लोगों को तक पहुंचाने का प्लान बनाया गया है। विधानसभाओं के प्रतिष्ठित ब्राह्मण समाज के यहां जाकर भाजपा के नेता उनका सम्मान करेंगे। इस दौरान उन्हें बताया जाएगा कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की भाजपा सरकार ने सामान्य वर्ग के लिए खासकर ब्राह्मण समाज के लिए क्या क्या कदम उठाए हैं। भाजपा ने सूबे को ब्राह्मणों को बताएगी की मोदी सरकार के आने के बाद सामान्य वर्ग को 10 फीसदी आरक्षण, मंदिरों के भव्य निर्माण, ब्राह्मण वर्ग से बड़ी संख्या में मंत्री विधायक और सांसद भाजपा द्वारा बनाए गए हैं। इसके अलावा राजनीतिक नियुक्तियों में भी ब्राह्मणों को अच्छी खासी अहमियत दी गई है। साथ ही पार्टी के साथ ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए रणनीति बनाई गई है। ऐसे में जो ब्राह्मण नेता पार्टी जुड़े हैं, उन्हें चुनाव के दौरान संगठनात्मक जिम्मेदारी भी जाएगी।
धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, रीता बहुगुणा जोशी, रमापति त्रिपाठी, हरिद्वार दूबे, सत्यदेव पचौरी, अनिल शर्मा, जितेन प्रसाद, रामनरेश अग्निहोत्री, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, इस बैठक में शामिल हुए थे। इसके अलावा राज्यसभा और लोकसभा के तमाम ब्राह्मण सांसद भी धर्मेंद्र प्रधान की इस बैठक में मौजूद थे।