दिल्ली भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश के नेताओं की बैठक हो रही है। इसमें पार्टी अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। बैठक में प्रदेश अध्यक्षों, महासचिवों और प्रभारियों को भी बुलाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पार्टी के सदस्यता अभियान को अंतिम रूप दिया जाएगा। नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव से पहले यह अभियान पूरा किया जाएगा। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों को लेकर भी प्रदेश के नेताओं के साथ बातचीत होगी।
इसके अलावा पार्टी के नए अध्यक्ष पर भी बैठक में चर्चा होगी। पार्टी में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के तहत जेपी नड्डा की जगह नया पार्टी अध्यक्ष चुना जाना है। नड्डा अभी केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री हैं, ऐसे में उन्हें पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ेगा। इसके अलावा कुछ प्रदेश अध्यक्षों की भी नियुक्ति होनी है।
2020 से नड्डा अध्यक्ष, कार्यकाल भी बढ़ाया गया
जेपी नड्डा जून 2019 में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। इसके बाद 20 जनवरी 2020 को पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाए गए। इसी साल फरवरी में उनका कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ाया गया था।लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार 3.0 में उन्हें स्वाथ्य मंत्री बनाया गया था। भाजपा में एक व्यक्ति एक पद का नियम है। इसलिए नड्डा को अध्यक्ष पद छोड़ना है।
भाजपा अध्यक्ष को लेकर 2 विकल्पों पर चर्चा हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पार्टी अध्यक्ष को लेकर भाजपा और RSS नेताओं की बैठक हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, नए अध्यक्ष को लेकर दो बातों पर चर्चा हुई। पहला- जल्द ही कोई कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए, उसे ही बाद में अध्यक्ष का जिम्मा मिले। दूसरा- महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के विधानसभा चुनावों के बाद नए कार्यकारी अध्यक्ष की घोषणा हो।
कश्मीर में टिकट को लेकर भाजपा का प्लान
चर्चा है कि भाजपा इस बार गैर राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले 25-40 आयु वर्ग के युवाओं को प्रत्याशी बनाएगी। पार्टी संभावित उम्मीदवारों के चयन को लेकर विधानसभा के हिसाब से प्रभारी नियुक्त करने पर विचार कर रही है।
विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के एक अनुभवी नेता को प्रत्याशियों का पैनल तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इनका काम यह होगा कि वह संबंधित विधानसभा से दो-तीन ऐसे युवा उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार करें, जिनकी सियासी विरासत नहीं हो।
खेलकूद, कला-संस्कृति, सामाजिक कार्य में शामिल लोगों पर पार्टी की निगाह होगी। घाटी में ऐसे लोगों की सूची पार्टी ने तैयार की है, जिन्हें न सिर्फ केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है, बल्कि उन्होंने दूसरे लोगों को भी इन योजनाओं से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है।
भाजपा महासचिव तरुण चुग का कहना है कि घाटी में ऐसे युवाओं की बड़ी तादाद है जो लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में मजबूत यकीन रखते हैं। सूत्रों का कहना है कि चूंकि इस बार घाटी की दोनों प्रमुख दल एनसी और पीडीपी चुनाव को लेकर मुखर नहीं हैं। ऐसे में इस बात की संभावना अधिक है कि ज्यादा से ज्यादा ऐसे लोग चुनाव में उतरेंगे जो, घाटी की पुरानी सियासत को बदल कर विकास के रास्ते पर चलना चाहते हैं।