भोपाल। भोपाल से करीब 40 किमी दूर बरखेड़ा सालम गांव में काले हिरण का शव मिला है। ग्रामीण वीर सिंह मेवाड़ा ने मंगलवार सुबह शव दिखने की सूचना वन विभाग को दी थी। दोपहर में पहुंची वन विभाग की टीम ने काले हिरण के शव को कब्जे में लिया। भोपाल के जेल पहाड़ी स्थित पशु अस्पताल में काले हिरण के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।गर्दन के पास गहरा घाव
शुरुआती जांच के बाद अधिकारियों ने बताया कि काले हिरण की उम्र करीब पांच साल थी। उसकी गर्दन के पास गहरा घाव था। इससे आशंका जताई जा रही है कि गोली मारकर काले हिरण का शिकार किया गया होगा। हालांकि शिकारी अपने साथ शव ले जा नहीं पाए। माना जा रहा है कि ग्रामीणों के जाग जाने से वे ऐसा नहीं कर पाए हों।
मौत का कारण अज्ञात
वन अधिकारियों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही काले हिरण की मौत का सही कारण पता चल सकेगा। इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर वन अपराध प्रकरण दर्ज कर जांच कमेटी बनाई जाएगी। काले हिरण का पोस्टमार्टम डा. संगीता धमीजा ने किया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट एक-दो दिन में आएगी। वन विभाग ने फिलहाल अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद छानबीन शुरू कर दी है।
छिंदवाड़ा से वन विहार लाए गए नर तेंदुआ शावक की मौत
उधर, पिछले साल छिंदवाड़ा वन मंडल से लाए नर तेंदुआ शावक की वन विहार में मृत्यु हो गई। उसे छिंदवाड़ा से उपचार के लिए वन विहार लाया गया था। शावक अत्यंत कमजोर और चल फिरने में असमर्थ था, जिसका पिछला हिस्सा काम नहीं कर रहा था। शावक का वन्य प्राणी चिकित्सक वन विहार डा. अतुल गुप्ता द्वारा विशेषज्ञों से परामर्श लेकर कर उपचार किया जा रहा था, लेकिन आंतरिक अंगों में कमजोरी के कारण शावक चल फिर नहीं पा रहा था। मृत नर तेंदुआ शावक का पोस्टमार्टम वन विहार के वन्य प्राणी चिकित्सक दल डा. अतुल गुप्ता, डा. हमजा नदीम और डा. रजत कुलकर्णी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। पोस्टमार्टम के बाद मृत नर तेंदुआ शावक का वन विहार में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थित दाह संस्कार किया गया।