महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोंबिवली में गुरुवार दोपहर 1.40 बजे एक केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से आग लग गई। हादसे में 9 की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मरने वालों में 6 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। लेकिन उनके शव इतने जल गए कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका। यह फैक्ट्री महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम यानी MIDC फेज -2 के कैंपस में स्थित है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि छोटे-छोटे लगातार तीन धमाके हुए। ये इतने तेज थे कि लगभग 3 किमी तक सुनाई दिए। आसपास की इमारतों के शीशों में दरारें आ गईं। वहीं, विस्फोट की वजह से आसपास के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है।
राज्य के इंडस्ट्रीज मिनिस्टर उदय सामंत के मुताबिक, यह फैक्ट्री बंद थी। मरने वालों में ज्यादातर लोग पास की फैक्ट्री के हैं। हादसे के वक्त वे उसमें काम कर रहे थे। राज्य उद्योग और श्रम विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि कारखाने में बॉयलर इंडियन बॉयलर एक्ट 1950 के तहत रजिस्टर्ड नहीं था।
उधर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि केमिकल फैक्ट्री के आसपास की फैक्ट्रियों में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है। हमारी प्राथमिकता उन लोगों को बचाना है। महाराष्ट्र सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालों के लिए ₹5 लाख के मुआवजे की घोषणा की है। वहीं, घायलों के इलाज की जिम्मेदारी ली है।
फडणवीस बोले- 8 लोग सस्पेंड
डोंबिवली आग की घटना पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि डोंबिवली की केमिकल कंपनी में बॉयलर विस्फोट की घटना दुखद है। मामले में 8 लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि घायलों के इलाज की व्यवस्था की गई। कई एम्बुलेंस तैयार रखी गईं। मैंने कलेक्टर से चर्चा की है और वह भी 10 मिनट के भीतर मौके पर पहुंचें। NDRF, TDRF और फायर ब्रिगेड की टीमों को भी बुलाया गया।
श्रीकांत शिंदे बोले- अगले 6 महीने में ऐसी केमिकल फैक्ट्री को बाहर शिफ्ट करेंगे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम घायलों का इलाज करवा रहे हैं। ऐसी घटनाएं हो रोकने के लिए हम अगले 6 महीने में केमिकल फैक्ट्रियों को रहवासी इलाके से बाहर शिफ्ट करेंगे। महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि फैक्ट्री काफी महीनों से बंद पड़ी थी। कुछ दिन पहले ही इसे शुरू किया गया था।