दिल्ली-NCR के 200 से ज्यादा स्कूलों को बम की धमकी वाले केस में ई-मेल के हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से ई-मेल भेजे जाने का शक है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दी। एक अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच के लिए हंगरी पुलिस से संपर्क किया जाएगा।
मामले में दिल्ली पुलिस ने 2 मई को रूस की मेलिंग सेवा कंपनी Mail.ru से संपर्क किया था। साथ ही CBI को भी पत्र लिखकर धमकी भरे ई-मेल के बारे में इंटरपोल चैनलों के जरिए से जानकारी मांगी थी।
दरअसल, 1 मई को दिल्ली-NCR के करीब 100 स्कूलों में आज सुबह बम रखे होने की धमकी भेजी गई थी। इसके तुरंत बाद सभी स्कूलों में दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता, दमकल की गाड़ियां और एम्बुलेंस पहुंच गईं। स्कूलों को खाली करवाने के बाद पुलिस ने बम की तलाशी की। दोपहर को पुलिस ने जानकारी दी कि स्कूलों में बम की सूचना फर्जी थी।
पुलिस के मुताबिक, सभी स्कूलों में अच्छे से चेकिंग कर ली गई है, लेकिन कुछ नहीं मिला। पुलिस ने संभावना जताई है कि आरोपियों ने डार्क नेट के जरिए ये मेल भेजा है, ताकि उनकी पहचान न हो सके।
VPN से मदद से मेल आने पर IP पता करना मुश्किल
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के मुताबिक, मेल भेजने के लिए VPN या प्रॉक्सी सर्वर का यूज किया गया है तो उसके IP एड्रेस को ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है।
वहीं, mail.ru पर एक्सपर्ट ने कहा कि mail.ru सहित कई मेलिंग सर्विस कंपनियां बिना किसी वेरिफिकेशन के अकाउंट बनाने की सुविधा देती हैं, जिसे टेम्पररी ई-मेल एड्रेस बनाया जाता है।
स्कूल अब अभिभावकों को एक नई सलाह जारी करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें उनसे अपने बच्चों को कक्षाओं में भेजने के लिए कहा जाएगा और उन्हें आश्वस्त किया जाएगा कि बम के खतरों से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है।
मामले की जांच में IFSO और 14C
जांचकर्ता मामले को सुलझाने के लिए IFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) और भारतीय साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) सहित अन्य एजेंसियों जुटी हुई हैं। मामले में IPC की धारा 505 (2), 507 और 120 B के तहत केस दर्ज किया गया है।
स्कूल में बम से उड़ाने का फर्जी मेल भेजने वाला पकड़ा
2 मई को ही दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर को दिल्ली के नांगलोई इलाके में मौजूद स्कूल में बम रखे जाने का मेल भेजा गया था। इस पर तत्काल एक्शन लेने के बाद पुलिस ने पाया था कि ई-मेल फर्जी है। इसके बाद पुलिस ने मेल भेजने वाले नाबालिग को हिरासत में लिया था।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग ने शरारत में मेल सेंड किया था। उसकी काउंसिलिंग की गई और उसे परिजनों को सौंप दिया गया था।
पुलिस बोली- ईमेल आईडी में लिखा शब्द इस्लामिक स्टेट इस्तेमाल करता है
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जिस ईमेल के जरिए स्कूलों को धमकी भेजी गई थी, उसमें स्वरायम शब्द शामिल है, जो कि अरबी शब्द है। इस शब्द को इस्लामिक स्टेट 2014 से इस्तेमाल कर रहा है। इस शब्द का मतलब है तलवारों का टकराना।बम की सूचना को लेकर गृह मंत्रालय ने कहा था- घबराने की जरूरत नहीं है। सुरक्षा एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। प्रोटोकॉल के तहत एक्शन लिया जा रहा है। यह झूठी धमकी हो सकती है।
मेल किसने कहां से भेजा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक पुलिस को शक है कि आईपी एड्रेस एक है। एक ही पैटर्न का मेल सभी स्कूलों को भेजा गया है। साइबर सेल के मुताबिक, सर्वर रूसी था।
दिल्ली में पिछले साल 4 स्कूलों को धमकी मिली थी
दिल्ली में पिछले साल चार स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। 16 मई 2023 को दिल्ली के साकेत में एक स्कूल को बम की धमकी से जुड़ा एक ई-मेल मिला था। इसके पहले 12 मई 2023 को दिल्ली के सादिक नगर के इंडियन पब्लिक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। यह भी धमकी स्कूल के ई-मेल पर आई थी।
इसके बाद 25 अप्रैल 2023 को दिल्ली-मथुरा रोड पर स्थित DPS स्कूल में ई-मेल के जरिए बम रखने की सूचना मिली थी। 12 अप्रैल 2023 को दिल्ली के सादिक नगर में द इंडियन स्कूल को भी एक धमकी भरा ई-मेल मिला। ये सभी धमकियां अफवाह साबित हुईं।