नई दिल्ली । तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश जारी रहने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा। भारी बारिश के कारण कई जलाशयों में पानी भर गया तथा कई सड़कें उफनती नदियों की तरह दिखने लगीं। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
विभिन्न जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण अतिरिक्त पानी छोड़ने की नौबत आ गई है। चेन्नई में ज्यादातर सड़कों और गलियों में पानी जमा है। निचले इलाकों में दो फुट तक पानी भर गया। इससे यातायात भी प्रभावित हुआ। सुरक्षा को देखते हुए कई मोहल्लों में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है। बाढ़ से प्रभावित एक थाने को अस्थायी इमारत में तब्दील करना पड़ा। शहर में कम से कम 75 पेड़ उखड़ गए जिन्हें नगर निगम के कर्मी साफ कर रहे हैं। दिन भर मॉनसून की बारिश रुक-रुक कर होती रही।
दक्षिण रेलवे ने कहा कि बारिश और जल-जमाव के कारण नौ नवंबर को चेन्नई उपनगरीय क्षेत्र में न्यूनतम सेवाएं उपलब्ध होंगी। इस बीच, सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि जल-जमाव वाले 290 क्षेत्रों में से 59 इलाकों में भारी उपकरणों का उपयोग कर बाढ़ के पानी को निकाला गया और शेष 231 इलाकों में पानी निकालने के लिए तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
पिछले 24 घंटों में चेन्नई, थेनी और मदुरै जिलों में बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 16 मवेशियों की भी मौत हो गई। चेन्नई में अब तक 1,107 लोगों को 48 राहत शिविरों में रखा गया है और कुल 3,58,500 भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं। कई अन्य जिलों में भी लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है और उन्हें भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।