नई दिल्ली । बिहार के बीते विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से बढ़ी चिराग पासवान की दूरी कम हो सकती है। लोजपा में विभाजन के बाद चिराग अभी तक अपनी भावी राजनीतिक दिशा तय नहीं कर पाए हैं कि उन्हें एनडीए के साथ रहना है या विरोधी खेमे में। हालांकि, उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में किया गया ट्वीट काफी अहम माना जा रहा है। बिहार की राजनीति में जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के साथ सीधे टकराव के चलते चिराग एनडीए में तो अलग-थलग पड़े ही थे, अब विभाजन के बाद उनकी पार्टी में भी स्थितियां काफी बदल गई हैं।
चुनाव आयोग ने चिराग के नेतृत्व वाले धड़े और उनके चाचा पारस कुमार पासवान के नेतृत्व वाले धड़े को अलग-अलग मान्यता दे दी है। ऐसे में चिराग को तय करना है कि भविष्य की राजनीति के लिए उन्हें एनडीए के साथ जुड़ना है या एनडीए के विरोधी खेमे में। हालांकि, एनडीए में जदयू के रहते उनके लिए मुश्किलें काफी ज्यादा हैं, लेकिन भाजपा के साथ उनकी नजदीकी दिखाई देती है।
हाल ही में जब चिराग के पिता रामविलास पासवान को ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया, उसके बाद उन्होंने जो ट्वीट किया है, उसमें प्रधानमंत्री मोदी की काफी तारीफ की गई है। इससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि चिराग का भाजपा नेतृत्व के प्रति लगाव बरकरार है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘आत्मीयता और आजीवन संबंधों में बढ़-चढ़कर निवेश करने के प्रयासों की वजह से पिताजी के सभी संबंध व्यक्तिगत थे। लोगों और उनके हितों से जुड़े रहने तथा अपनत्व का वही जज्बा पीएम मोदी में भी देखा है। हाल की संक्षिप्त मुलाकात में उन्होंने कुशलक्षेम पूछा।