होशंगाबाद । पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह के मार्गदर्शन एवं एएसपी अवधेश प्रताप सिंह एवं एसडीओपी मंजू चौहान के निर्देशन मे थाना कोतवाली टीआई संतोष सिंह चौहान के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा अंतर्राज्य कार चोर गिरोह के सरगना को हिरासत में लेकर स्वीफ्ट डिजायर कार बरामद करने में सफलता हालिस की है। उल्लेखनीय है कि 13 अगस्त 21 को भोपाल निवासी फरियादी अय्युब उर्फ कय्युम बेग (36) की कार को होशंगाबाद बस स्टेंड पर से आरोपी द्वारा फरियादी की चाय मे बेहोशी की दवा खिलाकर कार चोरी कर फरार हो गया था।
उक्त मामला सिटी कोतवाली पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर दर्ज किया था। जिसके बाद थाना प्रभारी श्री चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। इस दौरान थाना गोटेगाँव पुलिस द्वारा के गिरफतार किये गये आरोपी मोह. सलीम आ 0 मरहूम मोहम्म्द फरुक एवं जुल्फिकार उर्फ जुल्फी आ मरहूम हबीब सेफ़ी ने होशंगाबाद बस स्टैंड के पास से 01 कार चोरी करना कबूल किया था।
दोनों आरोपियो से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि शिफ्ट डिजायर कार क्रमांक एमपी 47 सी 7482 को किसी रियाज नामक व्यक्ति के कहने पर प्रयागराज मे किसी हाइवे पर छोड़ा था । इस बात का भी खुलासा किया कि वे प्रत्यक्ष रूप से रियाज नामक व्यक्ति को नही पहचानते है। पुलिस को गुमराह करते हुये घटनाक्रम को बदलने की कोशिश करता रहा। पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को रियाज की पहचान करने एवं उसका सही पता करने में कोई सुराग नहीं मिल रहा था । मो सलीम और जुल्फी ने बताया कि रियाज की तलाश गोटेगाँव , दमोह मप्र एवं नागपुर व मुंबई पुलिस द्वारा भी की जा रही है लेकिन वह पुलिस को गुमराह कर पुलिस गिरफ्त में नहीं आ रहा था।
जिसके बाद होशंगाबाद पुलिस टीम ने प्रगायराज मे स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी द्वारा बताये स्थान पर केंप लगाकर रियाज की तलाश शुरू की। इस दौरान सूचना मिलने पर अकबर का मकान फरीद चौराहा के पास आजाद नगर में दविश दी गयी जहां पर रियाज नामक व्यक्ति मिल गया। कडाई से पूछताछ करने पर रियाज ने चोरी की गई शिफ्ट डिजायर कार को उसके घर के पीछे से कपड़े से ढकी हुई हालत में जप्त किया। आरोपी द्वारा उक्त कार की नंबर प्लेट निकाल दी थी। जिस पर प्रकरण मे धारा 411,201 भादवि का इजाफा किया गया।
आरोपी रियाज को न्यायालय होशंगाबाद मे पेश कर पर लिया गया है एवं अन्य थानो को रेडियो मैसेज से सूचना दी गयी है। प्रकरण मे विवेचना जारी है। उक्त प्रकरण की गुत्थी सुलझाने मे साइबर सेल का सराहनीय योगदान रहा है। वारदात का तरीका ट्रेवल्स से कार बुक करना, रास्ते मे ड्राइवर को खाने की सामाग्री मे नशीली व बेहोसी की दवाई खिलाकर मे गाड़ी को ले जाना एवं दीगर राज्य मे गाड़ी को बेच देना। कार्रवाई में निरी. संतोष सिंह चौहान, थाना प्रभारी थाना कोतवाली, उनि. हेमंत नीशोद, उनि. सुरेश फरकले , उनि. प्रवीण यादव, कार्यसउनि. रामनाथ मालवीय, कार्यप्रआर तरुण चंदेल, संदीप, संजीव कुमार, आर सबलू यादव , रवि कुशवाह, संदीप यदुवंशी, अभिषेक, राजेश चौहान, अनिल तुमराम एवं प्रतीक साहू इत्यादि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।