NEET पेपर में CJI की बेंच के सामने आज (मंगलवार को) पांचवीं सुनवाई हो रही है। CJI ने पूछा- NEET का पेपर लीक होकर लोगों तक कैसे पहुंचा। इस पर सॉलिस्टर जनरल ने कहा- झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का इस्तेमाल पेपर चोरी करने के लिए किया गया है। सॉल्वर्स अलग-अलग सेंटर्स से थे।
इससे पहले CJI ने कहा- NTA की आंसर-की सही है। एक्सपर्ट टीम से हमने जांच कराई थी। उन्होंने बताया कि ऑप्शन 4 सही है, 2 गलत है। क्योंकि रेडियो एक्टिव एटम स्टेबल नहीं होते है।
याचिककर्ताओं की ओर से वकील- नरेंद्र हुड्डा, संजय हेगड़े, मैथ्यूज नेदुम्परा बहस कर रहे हैं, जबकि NTA की ओर से सोलिस्टर जनरल तुषार मेहता हैं।
CBI ने पेपर लीक के मुख्य आरोपी - शशिकांत पासवान को 20 जुलाई को पटना से गिरफ्तार किया। ये NIT जमशेदपुर से BTech ग्रेजुएट है। इसके अलावा राजस्थान के भरतपुर मेडिकल कॉलेज से दो MBBS स्टूडेंट्स को भी गिरफ्तार किया गया है। सेकेंड ईयर स्टूडेंट कुमार मंगलम बिश्नोई और फर्स्ट ईयर स्टूडेंट दीपेंद्र शर्मा 5 मई को हजारीबाग में मौजूद थे। ये सॉल्वर का काम कर रहे थे।
इसी दिन NEET UG का एग्जाम था। ये पेपर चुराने वाले पंकज कुमार के लिए सॉल्वर का काम कर रहे थे। पंकज को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक देश के 7 राज्यों से 53 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। वहीं, CBI ने 6 अलग-अलग मामलों में कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।