भोपाल । मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार अब ग्रामीण अंचलों में जाकर जनहितकारी निर्णय ले रही है। इसी कड़ी में पांच अक्टूबर को दमोह जिले के सिंग्रामपुर में कैबिनेट बैठक होगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के समग्र विकास के लिए राजधानी भोपाल से परे संभागीय और आंचलिक क्षेत्रों में इंडस्ट्री कान्क्लेव के साथ कैबिनेट की बैठकें करने की पहल की है।
राजधानी के बाहर पहली कैबिनेट बैठक इस वर्ष जनवरी में जबलपुर में हो चुकी है। इसी क्रम में अब सिंग्रामपुर में होने जा रही अगली कैबिनेट बैठक को लेकर दमोह जिला प्रशासन ने तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। सिंग्रामपुर में कैबिनेट बैठक के अतिरिक्त लाड़ली बहना सम्मेलन भी होगा। इसमें मुख्यमंत्री प्रदेश की लाड़ली बहना योजना और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की हितग्राही बहनों के खाते में राशि का अंतरण करेंगे।
मुख्यमंत्री बहनों से संवाद भी करेंगे। सिंग्रामपुर और उसके आस-पास स्थित ऐतिहासिक स्थलों का मंत्रि-परिषद के सदस्य भ्रमण भी करेंगे। रानी दुर्गावती के किले का अवलोकन के साथ रानी मंदिर में पूजा-अर्चना और रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रीगण यहां पौधारोपण भी करेंगे।
इस बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि दमोह जिले के सिंग्रामपुर गांव के नजदीक सिंगौरगढ़ का किला है। यह क्षेत्र रानी दुर्गावती की राजधानी के रूप में इतिहास में दर्ज है। वीरांगना दुर्गावती के 500वें जन्मशती वर्ष के अवसर पर उनके सम्मान में सिंग्रामपुर में कैबिनेट बैठक करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. मोहन यादव ने सबसे पहले यह निर्णय लिया था कि प्रदेश में नागरिकों की समस्याओं के निराकरण, सुशासन, विकास कार्यों और जन-कल्याणकारी योजनाओं के मैदानी क्रियान्वयन की संभागवार समीक्षा बैठकें होंगी। मुख्यमंत्री ने पहली समीक्षा बैठक 17 सितंबर 2023 को उज्जैन मुख्यालय पर ली। इसी क्रम में अन्य संभागों में भी समीक्षा बैठकें ली जाकर मैदानी स्तर पर प्रशासनिक और योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति को आंका गया।
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