उद्योग स्थापना की दिक्कतों को दूर किया जाएगा- सीएम
सीएम लगातार मीट की तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्थानीय विधायक, मंत्री सहित जिला व संभाग के प्रशासनिक अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं। सीएम डॉ. यादव ने स्पष्ट कहा है कि वर्तमान उद्योगों के साथ-साथ नए उद्योगों की स्थापना में आने वाली अड़चनों को दूर किया जाएगा।
60 से अधिक बड़े उद्योगपति होंगे शामिल
छोटे उद्यमियों को भी आगे बढ़ाने के लिए अवसर दिए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकाीर अनुसार गुरूवार शाम तक मीट के लिए देश और विदेश के साढे चार हजार से अधिक उद्यमियों ने पंजीयन कराया है। विभिन्न क्षेत्रों से 60 से अधिक बड़े उद्योगपति व निवेशक इसमें शामिल होंगे।
इन क्षेत्रों में निवेश की संभावना
जानकारी अनुसार जिन उद्योपतियों व निवेशकों ने इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में आने की सहमति दी हैं। उसके अनुसार बुंदेलखंड में खनिज, पर्यटन, नवकरणीय उर्जा, टेक्सटाईल, आईटी, डॉटा सेंटर, पेट्रोल केमिकल्स, प्लास्टिक, खाद्य प्रसंस्करण, डेरी और फर्नीचर निर्माण के क्षेत्र में भरपूर निवेश होने की संभावना है।
स्थानीय संसाधनों और कारोबार में भी अपार संभावनाएं
प्रदेश के खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत ने बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में खनिज से लेकर पर्यटन, कुटीर उद्योग जैसे कई उद्योग लगाने की पर्याप्त संभावनाएं हैं। सागर की पहचान चांदी उद्योग के रूप में देश में है फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में चनौआ में टमाटर, चितौरा में मिर्ची, जैसीनगर की हल्दी और शाहगड़ में देसी घी के उत्पादन की इकाइयां स्थापित किए जाने की पर्याप्त संभावनाएं हैं।
सागर बन सकता है फूड प्रोसेसिंग का हब
उन्होंने आगे बताया कि यदि यह प्रयास किए जाते हैं तो सागर फूड प्रोसेसिंग एवं उत्पादन का हब बन सकता है। इसी प्रकार शाहगढ़ और हीरापुर क्षेत्र में खनिज उत्पादन इकाइयां स्थापित किए जाने के बेहतर विकल्प हैं।