गोरखपुर । गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद भाजपा ने यहां हाईटेक वॉर रूम की तैयारी शुरू कर दी है। बेनीगंज स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में बना यह वॉर रूम नई तकनीक से लैस हो रहा है। पल-पल की चुनावी गतिविधियों पर हाईकमान की नज़र और वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन लेने के उद्देश्य से इसे प्रदेश मुख्यालय से जोड़े जाने की तैयारी है।
वॉर रूम में एक कॉल सेंटर और वर्चुअल स्टूडियो भी तैयार किया जा रहा है जिससे गोरखपुर क्षेत्र के 10 प्रशासनिक जिलों (संगठन के दृष्टिकोण से 12 जिले) के कार्यकर्ताओं को जोड़कर सूचनाओं का आदान-प्रदान होगा। उन्हें नवीनतम जानकारियों से अपडेट रखा जाएगा। इसके साथ ही विधानसभा क्षेत्रों में होने वाली वर्चुअल रैलियों और सभाओं का प्रबंधन भी यहीं से किया जाएगा।
इसके अलावा गोरखपुर शहर में जल्द ही एक मीडिया सेंटर खोलने की भी तैयारी है जहां से पूरे चुनाव भर प्रेस काफ्रेंस, विज्ञप्तियां और मीडिया से सम्बन्धित अन्य काम किए जाएंगे। ओमीक्रोन और कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग की गाइडलाइन के आधार पर भाजपा ने अपनी रणनीति में कई बदलाव किए हैं। गोरखपुर क्षेत्र के मीडिया सम्पर्क विभाग के क्षेत्रीय संयोजक सिद्धार्थ शंकर पांडेय ने बताया कि गोरखपुर का वॉर रूम और मीडिया सेंटर एक मॉडल के तौर पर तैयार किया जा रहा है।
इसके लिए पार्टी की आईटी, सोशल मीडिया और मीडिया की टीम लगाई गई हैं। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से एक राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश नेतृत्व की ओर से एक प्रदेश प्रवक्ता पूरे चुनाव भर यहां रहकर मीडिया के साथ समन्वय का काम करेंगे। बताते चलें कि 30-31 दिसम्बर और एक जनवरी को गोरखपुर क्षेत्र के प्रवास पर रहे राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने यहां क्षेत्रीय चुनाव संचालन समिति की बैठक की थी। उस बैठक में उन्होंने कोरोना के मद्देनज़र डिजिटल माध्यमों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के टिप्स दिए थे।
भाजपा ने कोरोना काल में पार्टी ने ऑनलाइन बैठकों और वेबिनार के जरिए लगातार कार्यक्रम करने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने का सिलसिला जारी रखा। बीच में कोरोना का प्रकोप कम होने पर सामान्य बैठकों और कार्यक्रमों का दौर शुरू हो गया था लेकिन अब ओमीक्रोन की आहट के साथ ही एक बार फिर डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल बढ़ा दिया गया है। इसमें प्रतिद्वंदियों से आगे निकलने के लिए पार्टी ने एक खास सॉफ्टवेयर तैयार कराया है जिसके जरिए बैठक, वेबिनार और ई-रैलियां आयोजित की जाएंगी। बताया जा रहा है कि एक ई-रैली में करीब 50 हजार लोगों को जोड़ा जाएगा। इसी तरह ऑडियो कॉन्फ्रेंस में एक साथ एक लाख लोगों को जोड़ा जाएगा।