नई दिल्ली । सिखों के पवित्र तीर्थ कहलाने वाले करतारपुर साहिब के दौरे पर गए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने बयान को लेकर घिर गए और और उन्हें आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। सिद्धू ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना ‘बड़ा भाई’ बताया।
उनके इस बयान से एक नया विवाद पैदा हो गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी उनके इस बयान की निंदा की। सिद्धू ने पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में मत्था टेका और दोनों देशों के बीच ‘मित्रता का नया अध्याय’ तथा व्यापार शुरू करने पर जोर दिया। गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा-मुक्त करतारपुर गलियारे को खोला है। हालांकि, इमरान खान के बारे में उनके एक बयान ने भारत में राजनीति गर्मा दी है।
यहां तक कि कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने इमरान खान को ‘बड़ा भाई’ कहने के लिए सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि इमरान भारत के लिए आईएसआई एवं पाकिस्तानी सेना के उस गठजोड़ का मोहरा हैं, जो पंजाब में हथियार एवं मादक पदार्थ तथा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी भेजता है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘इमरान खान भले ही किसी के भाई हों, लेकिन भारत के लिए वह पाकिस्तानी तंत्र के भीतर के आईएसआई-सेना के उस गठजोड़ के मोहरा हैं, जो पंजाब में ड्रोन हथियार और मादक पदार्थ भेजता है तथा जम्मू-कश्मीर में एलओसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के इस पार रोजाना आतंकवादी भेजता है।’
पंजाब के आनंदपुर साहिब से लोकसभा सदस्य ने सवाल किया, ‘क्या हम पुंछ के अपने सैनिकों की शहादत इतनी जल्दी भूल गए?’ ज्ञात हो कि सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है, जिसमें एक पाकिस्तानी अधिकारी इमरान खान की ओर से उनका स्वागत करते दिखते हैं और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि खान उनके ‘बड़े भाई’ जैसे हैं और वह उन्हें बहुत प्यार करते हैं।
वीडियो साझा करते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘राहुल गांधी के प्रिय नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा भाई कहते हैं। पिछली बार उन्होंने बाजवा को गले लगाया था और पाकिस्तान की प्रशंसा की थी। अब यह किसी से छिपा नहीं है कि क्यों अमरिंदर सिंह की जगह कांग्रेस ने सिद्धू को तरजीह दी।’ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के लिए देश ही सर्वोपरि होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘उम्मीद की जाती है कि सभी जनप्रतिनिधियों के लिए देश सर्वोपरि होना चाहिए। वह भले ही सदन में या सदन के बाहर अपना विचार रखे।’ भाजपा ने सिद्धू के बयान को चिंता का विषय करार दिया और कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि उसे हिन्दुत्व में बोको हराम और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन दिखते हैं जबकि खान (इमरान) उसे ‘भाई जान’ नजर आते हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘यह करोड़ों हिंदुस्तानियों के लिए एक गंभीर विषय है, चिंता का विषय है। उन्होंने दावा किया कि सिद्धू का बयान केवल मात्र एक घटना नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी का एक तरीका बन गया है, जिसमें उनके नेता हिन्दुत्व को निशाना बनाते हैं और पाकिस्तान का महिमामंडन करते हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे जाने के बारे में पूछे जाने पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रियंका गांधी को यह बताना चाहिए कि सिद्धू के बारे में उनकी क्या राय है। सिद्धू, इमरान को बड़ा भाई मानते हैं और प्रियंका वाड्रा, सिद्धू को अपना भाई मानती हैं। तो क्या प्रियंका वाड्रा भी इमरान खान को अपना भाई मानती हैं?’
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने भी सिद्धू पर हमला बोला और कहा कि उनका बयान ‘बेहद चिंताजनक’ है। आप के पंजाब मामलों के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने एक ट्वीट में कहा, ‘यह बेहद चिंताजनक है कि पंजाब की सत्ताधारी पार्टी के मुखिया पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के प्रति प्रेम का इजहार कर रहे हैं और पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो आतंकवाद निर्यात करता है, आतंकी नेटवर्क खड़ा करता है, टिफिन बम भेजता है और पंजाब में ड्रोन से मादक द्रव्य और हथियार भेजता है।’
करतारपुर गलियारा पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के पंजाब राज्य के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ता है। दरबार साहिब में सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन का अंतिम समय गुजारा था। चार किलोमीटर लंबा यह गलियारा भारत के सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा के दरबार साहिब जाने की सुविधा देता है।
कोविड-19 के कारण मार्च, 2020 से करतारपुर गुरुद्वारा की यात्रा रोक दी गई थी। करतारपुर गलियारा श्रद्धालुओं के लिए फिर से इसी बुधवार को खोला गया है। करतारपुर पहुंचने के बाद सिद्धू ने पत्रकारों से कहा, ‘बाबा गुरु नानक के नाम पर, दोनों देशों के बीच मित्रता का नया अध्याय शुरू होना चाहिए।’
उन्होंने सवाल किया, ‘विश्व युद्धों में लाखों लोगों की मौत होने के बाद एक यूरोप एक वीजा पर अपनी सीमाएं खोल सकता है, एक पासपोर्ट और एक मुद्रा रख सकता है, तो हमारे क्षेत्र में ऐसा क्यों नहीं हो सकता जहां भगत सिंह और महाराजा रणजीत सिंह जैसी हस्तियां हैं, जिन्हें सभी मानते हैं।’
सिद्धू ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान के बीच परस्पर प्रेम चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘(भारत-पाकिस्तान के बीच) 74 साल में खड़ी की गई दीवारों में खिड़कियां खोलने की जरूरत है।’ उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों के बीच व्यापार होना चाहिए।’ सिद्धू ने गलियारा खोलने की दिशा में कदम उठाने के लिए इमरान खान को भी धन्यवाद दिया। क्रिकेट से राजनीति में आए सिद्धू ने कहा, ‘मैं पहला कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री (इमरान खान) को धन्यवाद देता हूं और दूसरे पक्ष (भारत) ने दो कदम उठाकर इसका जवाब दिया। मैं पहले ही कह चुका हूं कि गलियारा का समर्थन करने वालों को आशीर्वाद मिलेगा और जो इसका विरोध कर रहे हैं उनका कोई अस्तित्व नहीं है।’