नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर समेत देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामलों में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे दौरान दिल्ली में ओमिक्रोन के 63 नए मामले सामने आए हैं, इसके बाद राजधानी में इस नए वैरिएंट से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 142 पहुंच गई है। वहीं, ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलों में दिल्ली ने महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ दिया है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर बढ़ने की वजह से सोमवार रात से अगले आदेश तक नाइट कर्फ्यू शुरू किया गया है।
रात 11 बजे से अगले सुबह 5 बजे तक दिल्ली में रोजाना नाइट कर्फ्यू रहेगा, इस दौरान सिर्फ आवश्यक कार्य से जुड़े लोगों को ही सड़कों पर आवागमन की इजाजत होगी। दिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या 934 से बढ़कर 1103 हो गई है। पांच दिसंबर को जब दिल्ली में ओमिक्रोन का पहला मामला आया था तब उस दिन 370 सक्रिय मरीज थे। इस लिहाजा से तीन सप्ताह में सक्रिय मरीज करीब 3 गुना बढ़ गए हैं।
मौजूदा समय में 230 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, जो कुल सक्रिय मरीजों का 20.85 प्रतिशत है। बाकी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। लिहाजा अभी अस्पतालों में मरीजों का खास दबाव नहीं है, लेकिन कोरोना का संक्रमण बढ़ता रहा तो अस्पतालों में मरीजों का दबाव बढ़ने की आशंका है।
दक्षिणी जिले में एक बार फिर अधिक बढ़ रहे कंटेनमेंट जोन
देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 10 दिसंबर से एकाएक फिर कंटेनमेंट जोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह संख्या 25 दिसंबर की रिपोर्ट में बढ़कर अब 246 हो गई है, जबकि 21 दिसंबर के यह संख्या 176 थी, यानी चार दिन में 70 कंटेनमेंट जोन बढ़ गए हैं। इसमें सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन दक्षिणी जिला में हैं। जिनकी संख्या 110 है, वहीं मध्य जिला और उत्तरी पूर्वी जिला में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में एक नवंबर को कंटेनमेंट जोन की संख्या 86 पर आ गई थी। उसके बाद से कंटेनमेंट जोन की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक नवंबर से यह संख्या 148 और बढ़ चुकी है।इसे देखते प्रशासन भी अब सख्ती के मूड में दिख रहा है। दिल्ली में बगैर मास्क और शारीरिक दूरी का पालन न करने वालों पर सख्ती बढ़ाई जा रही है।