भोपाल । राजधानी में बगैर लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को भी अस्पतालों में आइसोलेट होंगे। ऐसे रोगियों को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस आशय के आदेश कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जारी कर दिए हैं। जिले में कोरोना संक्रमण के 10 से अधिक केस आने पर सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया जा रहा है। संक्रमण को प्राथमिक स्तर पर रोकने के लिए ऐसे सभी लोगों की कांटेक्ट हिस्ट्री भी निकाली जा रही है। काटजू अस्पताल को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में तैयार किया गया है।
यहां सात कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कराया गया है। अपर कलेक्टर संदीप केरकट्टा ने बताया कि भोपाल जिले में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर ही सैंपलिंग की जाएगी और टेस्ट पाजिटिव आने पर सीधे अस्पताल भेजा जाएगा। हालांकि पाजिटिव रिपोर्ट आने तक संबंधित व्यक्ति घर पर ही होम आइसोलेशन में रहेगा। इसके लिए सैंपलिंग की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
इसके साथ संक्रमित पाए गए लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री और उनके संपर्क वाले लोगों का भी कोरोना टेस्ट किया जाएगा और जिन व्यक्तियों का सैंपल लिया गया है। उन सब को भी आइसोलेशन में रखने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके साथ फोन कालिंग व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है, जिसके अंतर्गत ऐसे लोगों को चिन्हित कर फोन पर सूचित किया जाएगा। सीएमएचओ डा. तिवारी ने बताया कि एयरपोर्ट पर विदेशों से आने वाले यात्रियों की सैंपलिंग पूर्व से ही 100 प्रतिशत की जा रही थी परंतु घरेलू उड़ानों से आने वाले यात्रियों की सैंपलिंग नहीं की जा रही थी। बुधवार से घरेलू उड़ानों के यात्रियों सहित सभी की भी सैंपलिंग की व्यवस्था की गई है।
इसी प्रकार तीनों स्टेशनों पर भी यात्रियों की आरटीपीसीआर देखे जाने की व्यवस्था और सैंपलिंग का कार्य भी किया जाएगा। डॉ. तिवारी ने बताया कि भोपाल स्थित सभी बस स्टेंडों पर चलित सैंपलिंग टीम तैनात की जा रही हैं । यह टीमें भोपाल पहुंचने वाले यात्रियों की रेंडमली जांच करेंगी। एयरपोर्ट पर घरेलू उड़ानों से यात्रा कर भोपाल पहुंचने वाले यात्रियों की भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखी जाएगी। किसी यात्री के पास रिपोर्ट नहीं है तो पहले उसकी सैंपलिंग करवाई जाए और उसके बाद ही यात्री को बाहर निकलने दें।
सभी बस स्टैंड, संत हिरदाम नगर, रानी कमलापति और भोपाल मुख्य रेल्वे स्टेशनों सहित एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले यात्रियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखी जाएगी। राजधानी के काटजू अस्पताल में जो मरीज भर्ती हैं, वे सब ए-सिम्टोमेटिक यानी बगैर लक्षणों वाले हैं। इस अस्पताल में 150 आक्सीजन बेड हैं। वहीं आइएनसीयू के 50 बेड उपलब्ध हैं। इसके अलावा हमीदिया और जेपी अस्पताल में भी कोविड केयर वार्ड बनाया जा रहा है।