नई दिल्ली । भारत में बीते कुछ दिनों से कोरोने के दैनिक मामले दो लाख को पार कर रहे हैं। एक सप्ताह से यह लगातार एक लाख से अधिक है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को इसका प्रमुख कारण माना जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की ताजा संख्या सोमवार को लगभग 1.8 लाख से बढ़कर शनिवार को लगभग 2.7 लाख हो गई।
महामारी की तीसरी लहर में अधिकांश रोगियों में हल्के लक्षण दिख रहे हैं। दूसरी लहर की तुलना में अस्पतालों में भीड़ कम है। इस बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जिस डेल्टा वैरिएंट के कारण विनाशकारी दूसरी लहर देश में आई थी, वह अभी भी मौजूद है। दिल्ली और मुंबई भारत के दो ऐसे शहर हैं, जहां कोरोना के सबसे अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। दोनों शहरों ने अपने कोविड ग्राफ को पूरी तरह से बदल दिया है।
हालांकि अब मामलों में गिरावट भी देखने को मिल रही है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना का पीक शायद आ चुका है। आपको बता दें कि कल दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने भी इसकी पुष्टि की थी। शनिवार के 42,462 नए मामलों और 23 मौतों के साथ महाराष्ट्र भारत का सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। वहीं, कर्नाटक ने एक ही दिन में 32,793 नए मामलों और सात मरीजों की मौतों के साथ दिल्ली को पीछे छोड़ दिया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने कोविड की मौतों की सबसे अधिक संख्या की सूचना दी है। शनिवार को कम से कम 30 लोगों की मौत की सूचना मिली। इन राज्यों में वीकेंड कर्फ्यू और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अन्य प्रतिबंध जारी है।
आपको बता दें कि देश में अब तक ओमिक्रॉन के कुल 6,041 मामलों की पुष्टि हुई है। शुक्रवार से 5.01 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु ने मामलों में वृद्धि के कारण अपने मौजूदा कोविड -19 प्रतिबंधों को 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। बंगाल शनिवार को 19,000 से अधिक दैनिक मामलों के साथ नवीनतम कोविड हॉटबेड के रूप में उभरा है।