सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) की सब्सिडियरी कंपनी CDSL वेंचर्स लिमिटेड (CVL) के 4 करोड़ अकाउंट में सेंध लगाने की कोशिश की गई है। सेंध लगाने की कोशिश 10 दिन में दो बार की गई।
19 अक्टूबर को दी गई सूचना
साइबरएक्स9 के अनुसार, 19 अक्टूबर को उसने इस संबंध में CDSL को सूचना दी थी। हालांकि, सूचना के करीबन सात दिनों बाद CDSL इसे ठीक कर पाई। साइबरएक्स9 के प्रबंध निदेशक (एमडी) हिमांशु पाठक ने बताया कि यह जानकारी जारी करने से पहले हमने गड़बड़ी की पुष्टि की और तब तक सब ठीक कर दिया गया था।
29 अक्टूबर को रिसर्च टीम काम पर लगी
उन्होंने कहा कि हमारी रिसर्च टीम 29 अक्टूबर फिर से काम पर लग गई। इस दौरान कुछ ही मिनटों में पता चला कि उस सुरक्षित सिस्टम में आसानी से सेंध लगाई जा सकती है, जिसे CDSL ने पहली गड़बड़ी को ठीक करने के लिए अपनाया था। साइबरएक्स9 ने अपने ब्लॉग में बताया कि जिस डेटा में सेंध लगाई गई, उसमें निवेशकों के नाम, फोन नंबर, ईमेल पता, पैन नंबर और पिता का नाम तथा जन्म तिथि शामिल है।
मामले में तुरंत कार्रवाई की गई
CDSL ने कहा कि उसने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की है और अब गड़बड़ी को ठीक कर दिया गया है। CDSL बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की कंपनी है जो शेयर बाजार में लिस्ट है। यह डिपॉजिटरी का काम करती है। यह शेयर बाजार के निवेशकों के डेटा का रखरखाव का काम करती है। CVL केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी है। यह भी सेबी के पास रजिस्टर्ड है।