नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा में सोमवार को CRPF में हुई घटना के बाद एक बार फिर जवानों के मानसिक स्वास्थ्य का मुद्दा गहरा गया है.
इससे परेशानी से निपटने के लिए CRPF ने गांव की शैली पर ‘चौपाल’ आयोजित करने का फैसला किया है. खबर है कि इसके तहत वरिष्ठ अधिकारी जवानों के साथ अनौपचारिक रूप से बातचीत करेंगे. सुरक्षा में तैनात जवानों के आत्महत्या करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं.
बीते महीने आधिकारिक संदेश में CRPF DG कुलदीप सिंह ने बलों से गांव की तरह बैठक आयोजित करने के लिए कहा है. संचार में कहा गया है, ‘बल में आत्महत्या के मामले बढ़ने के मद्देनजर की गई विस्तार से चर्चा के बाद ‘चौपाल’ शुरू करने का फैसला लिया गया है.
आमतौर पर शोधों में यह पाया गया है कि कोई व्यक्ति खुदकुशी के बारे में तब सोचता है, जब वह अपनी बात किसी और को नहीं कह पाता. अगर व्यक्ति को खुद को अभिव्यक्त करने का मंच मिले, तो एक स्तर तक इसे रोका जा सकता है.’