भोपाल। मप्र में लोगों को कोरोना से राहत तो मिली, लेकिन डेंगू के डंक ने बेहाल कर दिया है। आलम यह है कि प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या 7 हजार के पार पहुंच गई है। मंदसौर डेंगू का हॉटस्पॉट बना हुआ है। यहां अब तक 1137 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। यही नहीं, प्रदेश के 18 जिलों में 100 से ज्यादा डेंगू के मरीजों की संख्या पहुंच गई है। अक्टूबर के 8 दिन में ही 1276 मरीज मिले हैं। इन आठ दिनों में सबसे ज्यादा केस उज्जैन में 200 मिले हैं। सरकारी रिकॉर्ड में अभी सिर्फ 5 मौत हुई है, हालांकि जानकारों का कहना है कि डेंगू मरीजों की संख्या और मौत के आंकड़े वास्तविकता में अधिक है। इससे पहले 2018 में 4997 डेंगू पॉजिटिव मिले थे।
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, प्रदेश के
18 जिलों में डेंगू मरीजों की संख्या 100 के पार
पहुंच गई है। इसमें मंदसौर में 1137, जबलपुर मं
687, इंदौर में 563, उज्जैन में
530, भोपाल में 447, ग्वालियर
में 420, रतलाम में
391, नीमच में 308, छिंदवाड़ा
में 241, आगर में
213, देवास में 175, सागर में
162,टीकमगढ़ में 155, धार में
125, खरगोन में 117, गुना में
104, विदिशा में 101, डिडौंरी
में 100 पहुंच गई
है।
आठ
दिन में
1276 मरीज मिले
1 से 8 अक्टूबर
के बीच प्रदेश में 1276 नए डेंगू
के मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें सबसे ज्यादा मरीज उज्जैन में 200 मिले हैं।
इसके बाद ग्वालियर में 165, इंदौर में
136, भोपाल में 71, नीमच में
60, मंदसौर में 57, सागर में
56, गुना में 54 समेत अन्य
जिलों में मरीज मिले हैं।
सरकारी
रिकॉर्ड में
पांच मौतें
प्रदेश में डेंगू के मरीजों की कई शहरों में मौत के मामले सामने आए हैं। इसके बावजूद सरकारी रिकॉर्ड में अब तक सिर्फ पांच मौतें ही रिपोर्ट की गई है। इसमें सबसे ज्यादा आगर में 2 एवं इंदौर,
सिवनी, रीवा जिले
में 1-1 मौत रिपोर्ट है, जबकि जबलपुर में 10 और रतलाम
में पांच मौतें डेंगू से हुई हैं। इसे शामिल नहीं किया गया है।
सरकारी
उदासीनता ने
बढ़ाई मरीजों
की संख्या
जानकारों का कहना है कि सरकारी अधिकारियों की उदासीनता के कारण डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ी है। स्वास्थ्य विभाग ने समय पर डेंगू रोकथाम एक्शन प्लान पर काम ही नहीं किया। एक्शन प्लान के अनुसार सर्वे और लार्वा नष्ट करने का काम होना था, लेकिन इसमें
खानापूर्ति की गई है। यही कारण है कि डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
500 से
ज्यादा मरीज
अस्पताल में
भर्ती
जानकारी के अनुसार प्रदेश में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा सात हजार के पार पहुंच गया है। वहीं सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, 6966 डेंगू मरीजों में से अब तक 4069 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए। इसमें से अब तक 3456 मरीज ठीक
हो चुके हैं। अभी अस्पताल में 509 मरीज भर्ती
हैं। भोपाल जिला मलेरिया अधिकारी अखिलेश दुबे ने कहा कि मौसम में बदलाव हो रहा है।
ऐसे मौसम में मच्छर ज्यादा संख्या में अंडा देते है। अभी जगह-जगह पानी भरा है। मादा मच्छर हमेशा रूके या जमा हुए पानी में अंडा देती है। उन्होंने कहा कि हमारी टीम लार्वा का सर्वे कर नष्ट करने के लिए लगातार फील्ड में सक्रिय है। फागिंग का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से सकोरे, कुलर, गमले का पानी सप्ताह में बदलने की अपील की। साा ही अपने आप कहीं पानी जमा न होने देने और स्वच्छता बनाए रखने की बात कही।