सुबह जैसे ही मामला केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संज्ञान में आया, तो उन्होंने निर्माण से जुड़े लोगों की पहले दिल्ली और उसके बाद ग्वालियर आकर क्लास ले डाली। चरमराई व्यवस्थाओं को इतने कम समय पर सुधारने के सवाल पर जब एमपीसीए पदाधिकारियों के हाथ पैर फूले, तो सिंधिया ने जिला प्रशासन और नगर निगम को युद्धस्तर पर जुटने के निर्देश दे दिए।
गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे सिंधिया ने जीडीसीए, एमपीसीए एवं कलेक्टर और निगमायुक्त से लंबी चर्चा कर एक-एक की जवाबदारी तय कर दी। मीटिंग के बाद सभी ने एक सुर में कहा कि समय से मैदान तैयार कर लिया जाएगा और एक भव्य मैच देखने को मिलेगा। हालांकि निर्माण के वक्त नाले को नजर अंदाज करने के मामले पर फिलहाल किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
होटल रेडिसन में सिंधिया ने शाम 4:15 बजे एमपीसीए, जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के उच्च अधिकारियों के साथ पहली आफलाइन समीक्षा बैठक ली। करीब 45 मिनट चली बैठक में उन्होंने निगमायुक्त अमन वैष्णव से कहा आप बाउंड्री को फिर से खड़ा करने से लेकर पार्किंग में पानी निकालने की व्यवस्था व अन्य इंतजाम प्रमुखता से तय समय में कराएं।
भारत-बांग्लादेश टी-20 मैच के जनरल टिकटों की आनलाइन बिक्री शुक्रवार से शुरू होगी। आठ कैटगरी में बिकने वाले टिकटों में सबसे सस्ता टिकट 1,115 रूपये और सबसे महंगा 5,452/-रूपये में मिलेगा।
पार्किंग लेबलिंग के कारण नाले का बहाव क्षेत्र पूरी तरह से लुप्त हो गया है। ऐसे में बड़ी मात्रा में जो पानी वहां भर गया है उसे निकालना चुनौती है। गुरुवार को जलभराव वाले क्षेत्र में 100-100 फीट गहरे 25-30 बोर कराए गए हैं। जिम्मेदारों का कहना है कि इससे पानी भूमिगत हो रहा है।
हालांकि यह अस्थायी व्यवस्था है मैच के बाद नाले को पाइप के माध्यम से निकाला जाएगा। पावर हाउस फुंकने से बिजली नहीं है तो डीजल पंप से पानी स्टेडियम के बाहर फेंका जा रहा है। बताया जा रहा है कि शाम करीब चार बजे स्टेडियम में बिजली की तत्कालिक व्यवस्था बनाई है।