NEET यूजी पेपर लीक केस के बाद बिहार में नौकरी के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। शातिरों ने जल संसाधन मंत्रालय की फर्जी वेबसाइट बनाई। जहां अपर डिवीजनल क्लर्क (यूडीसी), स्टोनो और मल्टी टास्किंग ऑफिसर (एमटीएस) के 1185 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन अपलोड किया।
28 जुलाई को परीक्षा आयोजित की गई। अभ्यर्थी पटना स्थित बनाए एग्जाम सेंटर पर परीक्षा देने पहुंचे तो पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इसके बाद अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह अभ्यर्थियों को शांत कराया। हालांकि, अभी तक कोई भी छात्र शिकायत करने नहीं पहुंचा है। पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अभ्यर्थियों को जारी किए गए थे एडमिट कार्ड
परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी किए गए थे। एडमिट कार्ड और वैकेंसी के विज्ञापन में जल संसाधन मंत्रालय और जलाशय संसाधन परिषद लिखा हुआ था। जबकि, जल संसाधन मंत्रालय का नाम बदलकर जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल और स्वच्छता विभाग कर दिया गया है।
40 शहरों में होनी थी परीक्षा
जल संसाधन मंत्रालय के नाम से बनाए गए फर्जी वेबसाइट में विज्ञापन दिया गया था कि देश के 40 शहरों में यह ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी। हर सेंटर पर 300 छात्रों की परीक्षा होनी थी। पटना में भी एक सेंटर बनाया गया था। राजधानी के बाइपास थाना क्षेत्र के धवलपुरा के सनराइज इनोवेशनस ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर पर दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गई थी। इस सेंटर पर करीब 260 छात्र परीक्षा देने पहुंचे थे।
10 मिनट में सर्वर डाउन हो गया
परीक्षा शुरू होते ही 10 मिनट में सिस्टम का सर्वर डाउन हो गया। कुछ अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे। कुछ का सिस्टम काम नहीं कर रहा था। कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा देते समय जब लिंक पर क्लिक किया तो संबंधित विभाग का वेबसाइट खुला ही नहीं। कुछ अभ्यर्थियों का जल शक्ति मंत्रालय की बनाई गई फर्जी वेबसाइट खुली, जिसमें कुछ अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे।
10 मिनट बाद जिन छात्रों का लिंक नहीं खुला तो वो हंगामा करने लगे। इसके बाद ऑनलाइन परीक्षा केंद्र के संचालक सुबोध कुमार ने अभ्यर्थियों को सूचना दी कि परीक्षा रद्द कर दी गई है। फिर अभ्यर्थी हंगामा करने लगे और सड़क पर उतर गए। इसके बाद यह पूरा मामला सामने आया।
अभ्यर्थी ने बताया- हंगामा हुआ तो यहां के सभी स्टाफ फरार हो गए
परीक्षा देने पटना आए आशीष दास ने बताया कि हम लोग मिनिस्ट्री ऑफ वाटर रिसोर्सेज में बहाली के लिए परीक्षा देने आए थे। यह परीक्षा यूडीसी, स्टोनो और एमटीएस के पदों के लिए चल रहा था। जिन छात्रों का सर्वर काम कर रहा था वो परीक्षा दे रहे थे, लेकिन बहुत छात्रों का सर्वर डाउन रहने के चलते परीक्षा नहीं दे पा रहे थे। इसी बीच अचानक सेंटर के संचालक आए और कहा कि परीक्षा रद्द कर दी गई है। इसके बाद हंगामा हुआ तो सभी स्टाफ फरार हो गए।
पुलिस को शिकायतकर्ता का इंतजार
अभ्यर्थियों के हंगामे के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझा-बुझाकर सड़क से हटा दिया। इसी बीच पुलिस ने सेंटर संचालक सुबोध से पूछताछ की तो उसने बताया कि सर्वर में गड़बड़ी की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई है।
अभ्यर्थी जैसे ही सेंटर से सड़क की तरफ पहुंचे तो सेंटर संचालक और उसके स्टाफ ताला लगाकर फरार हो गए। SDPO पटना सिटी-2 गौरव कुमार ने बताया कि मामला गंभीर है। संबंधित विभाग में कोई भी वैकेंसी नहीं निकली है। फिलहाल अभी तक कोई भी छात्र शिकायत करने नहीं पहुंचा है। शिकायत आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।