महाराष्ट्र के पुणे की ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर एक नए मामले को लेकर सुर्खियों में हैं। यह मामला उनकी मां से जुड़ा है। एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उनकी मां मनोरमा पिस्तौल से किसानों को धमकाती हुई नजर आ रही हैं। घटना पुणे के मुलशी तालुका के धडावली गांव की है, जहां पूजा के पिता दिलीप खेडकर ने जमीन खरीदी है।
मामले को लेकर शनिवार सुबह पूजा की मां मनोरमा और पिता दिलीप समेत 7 लोगों के खिलाफ पौड पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया FIR IPC की धारा 323, 504, 506 के तहत दर्ज की गई है। साथ ही आर्म्स एक्ट के चार्ज भी शामिल किए गए हैं।
दिलीप महाराष्ट्र सरकार के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। स्थानीय लोगों का दावा था कि खेडकर परिवार ने बाउंसर की मदद से पड़ोसी किसानों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और किसानों को धमकाया। किसान कुलदीप पासलकर ने दावा किया कि मनोरमा जबरदस्ती उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रही हैं।
हालांकि, पुणे पुलिस के सुपरिंटेंडेंट पंकज देशमुख ने शुक्रवार रात को बताया कि यह घटना पिछले साल 5 जून धडावली गांव में हुई थी। तब किसानों की तरफ से शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन, शिकायत में पिस्तौल का जिक्र नहीं था। मामले को लेकर पुणे पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं कि मनोरमा के पास पिस्तौल का लाइसेंस है या नहीं।
खेडकर परिवार का दावा- किसानों ने उनकी जमीन पर कब्जा किया
खेडकर परिवार ने पुणे के मुलशी तहसील में 25 एकड़ जमीन खरीदी थी। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि इसका एक हिस्से पर किसानों ने कब्जा कर लिया था। इसके चलते मनोरमा अपने सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ वहां पहुंचीं और किसानों को पिस्तौल दिखाकर धमकाया। वीडियो में सुना जा सकता है कि वह कह रही हैं कि जमीन उनके नाम पर है।
करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं पूजा
34 साल की पूजा खेडकर UPSC सिलेक्शन में गड़बड़ी के अलावा करोड़ों की संपत्ति को लेकर भी सुर्खियों में हैं। पूजा खेडकर करीब 17-22 करोड़ की प्रॉपर्टी की मालकिन हैं।
पूजा ने साल 2023 में जॉइनिंग से पहले सरकार को दिए अपनी अचल संपत्ति के ब्योरे में बताया कि उन्होंने 2015 में पुणे के म्हालुंगे में 2 प्लॉट खरीदे। इसमें उन्होंने एक प्लॉट 42 लाख 25 हजार रुपए और दूसरा प्लॉट 43 लाख 50 हजार रुपए में खरीदा। अभी दोनों प्लॉट की मार्केट वैल्यू 6 से 8 करोड़ रुपए के बीच है।
पूजा ने 2018 में पुणे के धनेरी इलाके में 20 लाख 79 हजार रुपए में 4.74 हेक्टेयर जमीन खरीदी। इसकी मौजूदा कीमत 3 से 4 करोड़ रुपए है। पूजा ने 2020 में 44 लाख 90 हजार रुपए में केंधवा में 724 स्क्वायर फीट का एक फ्लैट खरीदा, जिसकी कीमत अभी 75 लाख रुपए है।
प्रॉपर्टी से हर साल 45 लाख की इनकम
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदनगर में भी पूजा के नाम तीन प्रॉपर्टी हैं। इनमें दो जमीन उनकी मां ने उन्हें 2014 में गिफ्ट के तौर पर दी। इनकी कीमत करीब 1.25 करोड़ रुपए है। सवेदी में पूजा ने 2019 में 20 लाख 25 हजार रुपए में एक जमीन खुद खरीदी। अभी इसकी कीमत 45 लाख रुपए है।
इन सभी 7 प्रॉपर्टी से पूजा हर साल करीब 42 लाख रुपए कमा रही हैं। पूजा के पिता दिलीप खेडकर के नाम पर करीब 40 करोड़ की संपत्ति है। दिलीप खेडकर महाराष्ट्र सरकार के रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और 2024 में अहमदनगर सीट से वंचित बहुजन अघाडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
जिस ऑडी में घूमती हैं, उस पर 26 हजार का चालान बकाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा खेडकर अपनी पोस्टिंग के दौरान जिस ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का स्टिकर लगाकर घूमती थीं, उस पर 26 हजार रुपए का जुर्माना बकाया है।
2022 से अब तक तेज गति से गाड़ी चलाने, सिग्नल तोड़ने और पुलिस के पूछने पर रुकने से इनकार करने जैसे ट्रैफिक रूल्स तोड़ने को लेकर ऑडी के 21 चालान पेंडिंग हैं। ऑडी कार एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है।
RTO ने गुरुवार (11 जुलाई) को इंजीनियरिंग कंपनी को नोटिस जारी किया है। RTO के एक अधिकारी ने शुक्रवार (12 जुलाई) को बताया कि पुणे RTO ने पुणे स्थित एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को नोटिस जारी किया है, जिसके नाम पर MH-12/AR-7000 नंबर वाली ऑडी रजिस्टर्ड है। नोटिस में कंपनी को जांच के लिए ऑडी कार को तुरंत RTO में पेश करने के लिए कहा गया है।
पूजा खेडकर की जांच के लिए कमेटी बनी
केंद्र ने गुरुवार (11 जुलाई) को विवादों में घिरी ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को वेरिफाई करने के लिए सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने विकलांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके IAS में पद हासिल किया।
केंद्र ने एक बयान में कहा कि यह जांच एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अफसर कर रहे हैं। इस जांच का मकसद 2023 बैच की अधिकारी खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य डिटेल को वेरिफाई करना होगा। समिति अपनी रिपोर्ट दो हफ्तों में पेश करेगी।
टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कमेटी अपनी रिपोर्ट कार्मिक मंत्रालय को सौपेगी। इसके बाद मंत्रालय यह रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को सौपेगा। अगर रिपोर्ट में पाया गया कि पूजा के सिलेक्शन प्रोसेस में गड़बड़ी हुई है, तो महाराष्ट्र सरकार पूजा को बर्खास्त करने का फैसला ले सकती है।
पूजा से जब उनकी जांच के लिए गठित कमेटी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। पूजा ने कहा कि मुझे इस मामले पर कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। मैं कमेटी के सामने अपना पक्ष रखूंगी।
पूजा ऑडी कार के बजाय बोलेरो से वाशिम ऑफिस पहुंचीं
खेडकर ने गुरुवार (11 जुलाई) को विदर्भ क्षेत्र के वाशिम जिला कलेक्ट्रेट में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर जॉइन किया। विवाद के बाद उन्हें पुणे से यहां ट्रांसफर किया गया है। हालांकि, खेडकर ऑडी की जगह बोलेरो से वाशिम ऑफिस पहुंचीं।
गुरुवार (11 जुलाई) को पुणे पुलिस अधिकारी खेडकर की कार पर लाल-नीली बत्ती लगाने और VIP नंबर लेने के आरोपों की जांच करने के लिए पुणे स्थित उनके आवास पहुंचे। हालांकि, पूजा की मां मनोरमा खेडकर ने बंगले का गेट अंदर से बंद कर लिया और पुलिस को धमकी दी कि वह सभी को अंदर डाल देंगी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद पुलिस बिना जांच किए ही वहां से लौट गई।
पूजा ने UPSC को बताया- मानसिक रूप से अक्षम हूं
पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए एक हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था, जबकि मेडिकल टेस्ट देना जरूरी होता है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा का पहला मेडिकल टेस्ट दिल्ली AIIMS में अप्रैल 2022 में शेड्यूल हुआ था। उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने का हवाला देकर इसमें शामिल होने से मना कर दिया था। हालांकि ये साफ नहीं हुआ है कि जब पूजा ने एग्जाम में शामिल होने से मना कर दिया था तो फिर सिलेक्शन क्यों और कैसे हुआ?
MRI टेस्ट में भी शामिल नहीं हुईं पूजा
रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा ने जुलाई और अगस्त में हुए टेस्ट शेड्यूल में भी शामिल होने से मना कर दिया था। सितंबर में हुए शेड्यूल टेस्ट को भी उन्होंने आधा अटेंड किया था। यही नहीं, पूजा MRI टेस्ट में भी शामिल नहीं हुई थीं। इस टेस्ट में इस बात की जांच होती है कि आप देख सकते हैं या नहीं। वहीं, पूजा ने खुद को पिछड़ा वर्ग (OBC) का बताया था। इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।