नई दिल्ली । देवगढ़ रत्नागिरी से हापुस आम की पहली फसल पुणे के एपीएमसी बाजार में पहुंची तो खरीदारों में उसे पाने के लिए होड़ मच गई। विक्रेता ने भी मौके का पूरा लाभ उठाने के लिए आम की बाकायदा नीलामी शुरू कर दी और शुरुआती कीमत 5 हजार रुपए लगाई। आखिर में हापुस आमों की यह टोकरी 31 हजार रुपए में बिकी। एक ट्रेडर ने बताया कि यह सीजन का पहला आम था। हर साल हम परंपरा के तौर पर सीजन के पहले आम की नीलामी आयोजित करते हैं, जिससे अगले दो महीने तक बेहतर बाजार का रास्ता तय होता है। इस बार की नीलामी 50 साल में सबसे महंगी रही है। ट्रेडर्स ने बताया कि 31 हजार की नीलामी से पहले आम की अन्य टोकरियों के दाम भी हजारों में लगे। एक टोकरी 18 हजार रुपए में बेची गई तो दूसरी 21 हजार रुपए में एक विक्रेता ने खरीदी! तीसरी और चौथी आम की टोकरी भी 22,500 रुपए बिक गई। एक ट्रेडर ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो साल हमारे लिए काफी कठिन रहे और कारोबारी पूरी तरह ठप पड़ गया। हमें कारोबार में काफी घाटा भी उठाना पड़ा। अब चीजें वापस सामान्य हो रही हैं और हम जल्द शुरुआत करना चाहते हैं। यही कारण है कि हमने इतने ऊंचे रेट पर भी आम की फसल को खुशी-खुशी खरीद लिया।