नई दिल्ली । देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत आयोजित आयुष मंत्रालय ने आज मकर संक्रांति के पर्व पर पहला वैश्विक सूर्य नमस्कार प्रदर्शन कार्यक्रम किया, जिसमें करीब 1 करोड़ लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने खुद असम में सूर्य नमस्कार किया।
उनका कहना है कि मकर संक्रांति पर होने वाला सूर्य नमस्कार प्रदर्शन कोविड-19 के समय अधिक प्रासंगिक है। सुबह 7 से 7.30 बजे तक 13 बार सूर्य नमस्कार का लाइव प्रसारण डीडी नेशनल पर किया गया। इस कार्यक्रम में देश और विदेश के योग शिक्षकों और गुरुओं ने भी हिस्सा लिया।
कोरोना महामारी को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने लोगों से कहा था कि वे अपने घर पर ही सूर्य नमस्कार करें और वीडियो अपलोड करें। मंत्रालय ने कहा है कि ऊर्जा के प्राथमिक स्रोत के रूप में सूर्य न केवल फूड चेन के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह इंसान के मन और शरीर को भी सक्रिय करता है। सूर्य के संपर्क में आने से शरीर को विटामिन डी मिलता है, जिसे दुनियाभर के डॉक्टर जरूरी बताते हैं।
आयुष मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मना रहा है। देश और दुनिया में 75 लाख से ज्यादा लोगों के सहयोग से आयुष मंत्रालय और केंद्रीय मंत्रालय और देश-विदेश से जुड़े योग संस्थान, जनता के सहयोग से सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम किया गया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति ने मानव समाज के कल्याण के लिए इसमें भाग लिया है।
आयुष मंत्री ने कहा, 'यह साबित हो चुका है कि सूर्य नमस्कार जीवन शक्ति और प्रतिरक्षा का निर्माण करता है और इसलिए यह कोरोना वायरस को दूर रखने में सक्षम है।' इस कार्यक्रम में 75 लाख लोगों के भाग लेने का लक्ष्य रखा गया था, बताया जा रहा है कि एक करोड़ से अधिक लोग इसमें शामिल हुए।