भोपाल। मध्यप्रदेश की मोहन सरकार 3 जून को पचमढ़ी के ऐतिहासिक राजभवन में पहली बार डेस्टिनेशन कैबिनेट करने जा रही है। यह बैठक जनजातीय नायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा भभूत सिंह को समर्पित होगी। यहां बैठक करने के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पूरे देश को ये संदेश देंगे कि मध्यप्रदेश सरकार विकास की पंक्ति में सबसे अंत में खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए भी संकल्पित है। राज्य सरकार की बैठक पचमढ़ी में स्थित राजभवन में आयोजित की जाएगी।
यह भवन कला-संस्कृति की ऐतिहासिक विरासत है। इस भवन में कदम रखते ही राजशाही का अनुभव होने लगता है। इस राजभवन का निर्माण वर्ष 1887 में हुआ था। यह राजभवन करीब 132 वर्ष पुरानी इमारत है। यह क्षेत्र प्रारंभ में बैतूल के किसी जागीरदार की संपत्ति थी। इसे बाद में अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन अधिग्रहित कर "गवर्नमेंट हाउस" बना दिया। ब्रिटिश शासनकाल में पचमढ़ी को ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा प्राप्त था और यह भवन महत्वपूर्ण प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र हुआ करता था।