उत्तर प्रदेश और बिहार में तेज बारिश के चलते गंगा नदी दोनों राज्यों के कई जिलों में उफान पर है। UP के बलिया में गंगा खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही है। वहीं, वाराणसी में गुरुवार देर रात तक गंगा का जलस्तर 69 मीटर से ज्यादा हो गया। इससे 85 घाट डूब गए। घाट के किनारे के 500 मंदिर भी नदी में समा गए हैं।
उधर, बिहार के पटना और बक्सर में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर है। यहां गंडक, बागमती और कोसी नदी भी उफान पर हैं। डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के अनुसार पश्चिम चंपारण, सुपौल, नालंदा और गया जिलों की 4 हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, शुक्रवार (9 अगस्त) को 15 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है।
हिमाचल में बादल फटने के 8 दिन बाद 13 शव मिले
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने (31 जुलाई) के 8 दिन बाद गुरुवार को 13 शव मिले। समेज में बादल फटने के बाद कई लोग लापता बताए गए थे। प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान तेज बारिश के कारण 194 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। इनमें शिमला जिला में सबसे ज्यादा सड़कें बंद हैं।
प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 98 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके है, जबकि 205 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इस मानसून सीजन में 802 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति भी भारी बारिश की भेंट चढ़ी है।
राजस्थान के रेगिस्तान में 8 साल बाद नदी बही
जैसलमेर में रेत के बड़े-बड़े टीलों और मीलों फैले रेगिस्तान की तस्वीर इन दिनों बदली हुई है। हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। बारिश से 3 लोगों की मौत भी हुई है। जैसलमेर में अगस्त महीने में 2016 के बाद पहली बार इतना पानी बरसा है।
जिला प्रशासन की ओर से राहत और बचाव का काम जारी है। तबाही इतनी है कि प्रशासन भी हर जगह पर मदद पहुंचाने में काफी वक्त लगा रहा है। हालांकि, कलेक्टर खुद मौके पर जाकर मौका मुआयना कर रहे हैं। रेतीले धोरों के लिए दुनियाभर में अपनी पहचान रखने वाला सम गांव बारिश के पानी में डूबा हुआ है।
10 अगस्त को 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट