झारखंड के जमशेदपुर में मंगलवार सुबह 3.45 बजे 12810 मुंबई-हावड़ा मेल पहले से डिरेल हुई मालगाड़ी से टकरा गई। घटना के बाद मेल की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों का इलाज चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में चल रहा है।
इस हादसे में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। साउथ ईस्टर्न रेलवे के जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि सुबह 3:33 बजे मालगाड़ी ने बड़ाबांबू रेलवे स्टेशन क्रॉस किया था। 3:39 बजे 2KM दूर मालगाड़ी की 20वें नंबर की बोगी डिरेल हो गई। मालगाड़ी के ड्राइवर ने कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। कोई एक्शन होता उससे पहले 3:45 बजे हावड़ा मुंबई मेल गुजरी जो मालगाड़ी की डिरेल बोगी से टकरा गई। यानी 6 मिनट बाद हादसा हो गया।
अगर जिम्मेदार अफसर समय रहते एक्शन लेते तो हावड़ा-मुंबई मेल हादसे का शिकार होने से बच सकती थी।
मृतकों के परिजन को 10-10 लाख
झारखंड रेल हादसे में 2 यात्रियों की मौत हुई है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देना का ऐलान किया है। वहीं, गंभीर रूप से घायल 6 यात्रियों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा।
हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे थी
दक्षिण पूर्व रेलवे के ट्रेन मैनेजर मोहम्मद रेहान ने बताया कि सुबह ट्रेन पटरी से उतर गई और इस घटना में कई लोग घायल हो गए है। डाउन लाइन पर एक मालगाड़ी पहले ही पटरी से उतर गई थी इस वजह से हादसा हुआ। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे थी। हादसे के बाद अपलाइन प्रभावित है।
5 सेकेंड में हादसा हुआ- यात्री
A-1 कोच में हावड़ा से मुंबई जा रहे दिलीप अग्रवाल ने बताया कि 4 बजे के करीब बहुत तेज आवाज हुई। 3-4 सेकेंड में सब हो गया। हम लोग सीट पर लेटे थे। सभी लोग पलट गए। ऊपर से लोग नीचे गिर गए। कांच टूट गए। हमारे कोच में कई लोग घायल हुए।
राउरकेला से रूट डायवर्ट किया गया
चक्रधरपुर रेल मंडल में हुए हादसे के बाद बिलासपुर जोन के बिलासपुर से हावड़ा रूट पर चलने वाली ट्रेनों को रोक दिया है। वहीं, रेलवे प्रशासन ने राउरकेला से रूट डायवर्ट कर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने की बात कही है। हादसे के बाद यात्रियों के परिजन को जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।