नई दिल्ली । हाई-स्पीड 5जी नेटवर्क शुरू होने से पहले सरकार की अगले दो वर्षों में आठ लाख नए मोबाइल टावर लगाने की योजना है। इस योजना के साथ सरकार देश भर में दूरसंचार इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
इसके साथ ही सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि कि चार टावर में से लगभग तीन ऑप्टिकल फाइबर के माध्यम से जुड़े हों ताकि उनकी डेटा-वहन क्षमता को बढ़ाया जा सके।
योजनाओं पर पीएमओ के साथ चर्चा की गई है क्योंकि सरकार ने बड़े पैमाने पर जुड़े डिजिटल वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं। ये कदम नए जमाने की तकनीक का समर्थन कर सकते हैं, जैसे कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ऑगमेंटेड व वीआर कास्ट, ऑटोनोमस ड्राइविंग और स्मार्ट होम समाधान।
वर्तमान में देशभर में 6.8 लाख टावर हैं, वित्त वर्ष 2024 तक 15 लाख से ज्यादा टावर लगाए जाने हैं। सरकार चाहती है कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास का समर्थन करने के लिए पर्याप्त सपोर्ट हो क्योंकि इंटरनेट विभिन्न कार्यों के लिए केंद्र बन चुका है।
तेजी से फाइबराइजेशन की रणनीति बनाने के लिए हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे दूरसंचार कंपनियों की स्पेक्ट्रम होल्डिंग नियमित नीलामी के माध्यम से मजबूत होती जाती है, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में नए प्रयासों की आवश्यकता होती है।