खडूर साहिब से सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने उन पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की समय अवधि बढ़ाए जाने को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले की आज जैसे ही अदालत में सुनवाई शुरू हुई तो सरकारी वकील ने प्वाइंट उठाया कि याचिका में अमृतपाल के माता पिता की आयु व अमृतपाल का पता सही नहीं है।
तकनीकी रूप में इसे सही किया जाए। इसके बाद अमृतपाल सिंह के वकील ने कहा कि उन्हें इसे ठीक करने का समय दिया जाए। जिसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 31 जुलाई तय की है।
एक साल से ज़्यादा समय से जेल में
फ़िलहाल अमृतपाल सिंह असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। उनकी ओर से कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि एनएसए की अवधि एक साल बढ़ाना पूरी तरह से ग़लत है। उन्होंने अपने ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि वे एक साल से ज़्यादा समय से अपने राज्य, रिश्तेदारों और लोगों से दूर हैं। उनकी ज़िंदगी और आज़ादी को असामान्य और क्रूर तरीक़े से छीना गया है।
अमृतपाल की एमपी सीट को भी चुनौती
अमृतपाल सिंह की एमपी सीट को अब चुनौती दी गई है। खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार रहे विक्रमजीत सिंह ने इस संबंध में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में पांच बातों का जिक्र किया गया है। दलील दी गई है कि अमृतपाल सिंह ने अपने नामांकन पत्र में कई जानकारियां छिपाई हैं।
नामांकन पत्र अधूरा है। फंड, दान, खर्च की जानकारी छिपाई गई है। वोट मांगने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल किया गया है। बिना मंजूरी के चुनाव प्रचार सामग्री छापी गई। चुनाव आयोग से अनुमति लिए बिना सोशल मीडिया पर प्रचार किया गया। अब मामले की सुनवाई 5 अगस्त को होगी