मुंबई । ब्याज दरों में गिरावट के साथ वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों का मुनाफा पिछले साल की समान अवधि में 7.4 प्रतिशत बढ़कर 5,014 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं 10 सूचीबद्ध एचएफसी ने जून, 2021 वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में मुनाफे में 26.1 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है और यह 3,975 करोड़ रुपए हो गया है।
ब्याज दरों में कमी और व्यवस्था में नकदी होने की वजह से पिछले साल की समान अवधि की तुलना में ब्याज में 10.9 प्रतिशत की कमी आई है और यह 13,528 करोड़ रुपए रहा है। क्रमिक आधार पर भी इसमें 0.3 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई है जो जून में 13,567 करोड़ रुपए था। उनकी कुल परिचालन आमदनी (एनओआई) पिछले साल की समान अवधि की तुलना में वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में 15.1 प्रतिशत बढ़कर 8,947 करोड़ रुपए हो गई है लेकिन एनओआई में वृद्धि तुलनात्मक रूप से इसके पहले की तिमाही की तुलना में 4.4 प्रतिशत है, जो जून, 2021 तिमाही में 8,572 करोड़ रुपए था।
प्रॉविजन और राइट-ऑफ से दबाव वाली और मानक संपत्तियों के लिए अलग से धन रखने के बोझ के संकेत मिलते हैं, इसमें वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 33.9 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है और यह 1,380 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में यह राशि 1,031 करोड़ रुपए थी।