भोपाल । प्रदेश में कार्यरत होमगार्ड जवानों को अब भूखे पेट नौकरी नहीं करना होगा। राज्य सरकार अब उनके लिए मुफ्त में नाश्ता और भोजन का इंतजाम करेगी। पुलिस की तरह उन्हें भी अब ड्यूटी के दौरान नि:शुल्क नाश्ता और भोजन मिलेगा। प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार सुबह इसकी घोषणा की। होमगार्ड के साथ-साथ एसडीईआरएफ के जवानों को भी फील्ड पर ड्यूटी के दौरान यह सुविधा मिलेगी। गृहमंत्री ने बताया कि मानवीय आधार पर लिए गए इस निर्णय के क्रियान्वयन के लिए बजट में 25-25 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया जा रहा है।
बता दें कि अब तक प्रदेश में पुलिस के जवानों को ही यह सुविधा उपलब्ध है। मानवीय आधार पर लिए गए इस निर्णय के क्रियान्वयन के लिए बजट में रुपए 25-25 लाख की राशि का प्रावधान किया जा रहा है गृहमंत्री ने चर्चा के दौरान पूर्व मुख्य मंत्री कमल नाथ द्वारा सरकार के एक हफ्ते पूर्व कोरोना गाइडलाइन संबंधी प्रतिबंध हटाने के फैसले पर सवाल उठाने को लेकर प्रतिक्रिया दी और कहा कि पूरे कोरोना काल में घर बैठकर ट्वीट कर सियासी रोटियां सेंकने वाले कमल नाथ जी को कोई भी सवाल उठाने से पहले जरा जमीनी हकीकत का भी पता कर लेना चाहिए।
सरकार लोगों के स्वास्थ्य और जनहित को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लेती है। मालूम हो कि अभी तक प्रदेश के होमगार्ड के जवानों को डयूटी के दौरान अपने खर्चे पर नाश्ता-भोजन की व्यवस्था करना होता था। कई बार डयूटी की व्यस्तता के चलते इसका इंतजाम भी नहीं कर पाते थे और उन्हें भूखे पेट ही नौकरी करना पडता था। राज्य सरकार के इस फैसले होमगार्ड के जवानों को अब भूखे पेट नौकरी करने की मजबूरी नहीं होगी।