बॉलीवुड से पूनम पांडेय के निधन की खबर ने इस वक्त हर किसी को हिलाकर रख दिया है। अचानक, आज 2 फरवरी को सुबह इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट ने पूरी दुनिया को सदमे में डाल दिया जिसमें उनके निधन की खबर दी गई है। अब एक्ट्रेस के मैनेजर ने भी पूनम पांडे के निधन की खबर को कन्फर्म कर दिया है।
पूनम पांडे की टीम ने न्यूज 18 से हुई बातचीत में इस घटना को कन्फर्म किया है। उन्होंने बताया है कि बीती रात गुरुवार को ही एक्ट्रेस ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
'हमने सर्वाइकल कैंसर के कारण अपनी प्यारी पूनम को खो दिया'
उनकी मौत की जानकारी इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर की गई है। इस पोस्ट में लिखा गया है, 'आज की सुबह हमारे लिए बेहद कठिन है। आपको यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि हमने सर्वाइकल कैंसर के कारण अपनी प्यारी पूनम को खो दिया है। जो कोई भी उनके सम्पर्क में रहा है उन्हें उन्होंने भरपूर प्यार दिया है। इस दुख की घड़ी में, हम प्राइवेसी का अनुरोध करते हैं। '
लोगों को अब भी लग रहा- कहीं ये मजाक तो नहीं!
पूनम केवल 32 साल की थीं और सर्वाइकल कैंसर ने उनकी जान ले ली है। इस खबर को सुनकर जहां लोग सदमे में हैं वहीं काफी लोगों को ये यकीन नहीं हो रहा कि ये खबर सच है या फिर कोई मजाक!लोग लगातार पोस्ट पर सवाल कर रहे हैं कि ये पोस्ट कोई मजाक तो नहीं या फिर किसी ने अकाउंट हैक तो नहीं किया।कई फिल्में और शोज में आ चुकी हैं नजर
पूनम 'नशा', 'आ गया हीरो', 'द जर्नी ऑफ कर्मा' जैसी की फिल्मों में नजर आई हैं। वह 'खतरों के खिलाड़ी 4' के बाद साल 2022 में 'लॉक अप' को लेकर भी खूब चर्चा में रही थीं।
सर्वाइकल कैंसर का इलाज और बचाव संभव
बताया जाता है कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होनेवाली सबसे आम कैंसर है, जो गर्भाशय के निचले हिस्से में विकसित होता है। अधिकांश सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण के कारण होते हैं। रिपोर्ट्से के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के संक्रमण की वजह से होता है, जो यौन संपर्क के दौरान फैलता है। महिलाओं में इसे लेकर जागरुकता कम होने और डॉक्टरों से सही जानकारी नहीं मिलने की वजह से मौतें होती हैं, जबकि इसका बचाव और इलाज दोनों संभव है।
क्यों होता है सर्वाइकल कैंसर, क्या हो सकती हैं वजहें
सर्वाइकल कैंसर के कारणों में ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV), असुरक्षित यौन सम्बंध, गर्भाधारण, गर्भनिरोधक गोलियां और यौन संचारित बीमारियों के अलावा धूम्रपान और तनाव भी शामिल हैं।