महाराष्ट्र के पुणे में 34 साल की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर अपने UPSC सिलेक्शन को लेकर विवादों में हैं। अब उनके नाम करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। पूजा खेडकर करीब 17-22 करोड़ की प्रॉपर्टी की मालकिन हैं।
पूजा ने साल 2023 में जॉइनिंग से पहले सरकार को दिए अपनी अचल संपत्ति के ब्योरे में बताया कि उन्होंने 2015 में पुणे के म्हालुंगे में 2 प्लॉट खरीदे। इसमें उन्होंने एक प्लॉट 42 लाख 25 हजार रुपए और दूसरा प्लॉट 43 लाख 50 हजार रुपए में खरीदा। अभी दोनों प्लॉट की मार्केट वैल्यू 6 से 8 करोड़ रुपए के बीच है।
पूजा ने 2018 में पुणे के धनेरी इलाके में 20 लाख 79 हजार रुपए में 4.74 हेक्टेयर जमीन खरीदी। इसकी मौजूदा कीमत 3 से 4 करोड़ रुपए है। पूजा ने 2020 में 44 लाख 90 हजार रुपए में केंधवा में 724 स्क्वायर फीट का एक फ्लैट खरीदा, जिसकी कीमत अभी 75 लाख रुपए है।
करोड़ों की प्रॉपर्टी से हर साल 45 लाख की इनकम
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके अलावा अहमदनगर में भी पूजा के नाम तीन प्रॉपर्टी हैं। इनमें दो जमीन उनकी मां ने उन्हें 2014 में गिफ्ट के तौर पर दी हैं। इनकी कीमत करीब 1.25 करोड़ रुपए है। सवेदी में पूजा ने 2019 में 20 लाख 25 हजार रुपए में एक जमीन खुद खरीदी। अभी इसकी कीमत 45 लाख रुपए है।
इन सभी 7 प्रॉपर्टी से पूजा हर साल करीब 42 लाख रुपए कमा रही हैं। पूजा के पिता दिलीप खेडकर के नाम पर करीब 40 करोड़ की संपत्ति है। दिलीप खेडकर महाराष्ट्र सरकार के रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और 2024 में अहमदनगर सीट से वंचित बहुजन अघाडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
जिस ऑडी पर घूमती है, उस पर 26 हजार का चालान बकाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा खेडकर जिस ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का स्टिकर लगाकर घूमती थी, उस पर 26 हजार रुपए का जुर्माना बकाया है।
2022 से अब तक तेज गति से गाड़ी चलाने, सिग्नल तोड़ने और पुलिस के पूछने पर रुकने से इनकार करने जैसे ट्रैफिक रूल्स तोड़ने को लेकर ऑडी के 21 चालान पेंडिंग हैं। ऑडी कार एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है।
पूजा खेडकर की जांच के लिए कमेटी बनी
केंद्र ने गुरुवार (11 जुलाई) को विवादों में घिरी ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को वेरिफाई करने के लिए सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने विकलांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके IAS में पद हासिल किया।
केंद्र ने एक बयान में कहा कि यह जांच एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अफसर करेंगे। इस जांच का मकसद 2023 बैच की अधिकारी खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य डिटेल को वेरिफाई करना होगा। समिति अपनी रिपोर्ट दो हफ्तों में पेश करेगी।
पर्सनल कार पर लाल बत्ती लगाई, अधिकारियों को परेशान किया
खेडकर ने गुरुवार को विदर्भ क्षेत्र के वाशिम जिला कलेक्ट्रेट में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर जॉइन किया। उन्हें पुणे से यहां ट्रांसफर किया गया है, जहां उन्होंने कथित तौर पर कई लोगों को परेशान किया और अपनी पर्सनल ऑडी कार पर लाल बत्ती लगाई थी। खेडकर ऑडी कार के बजाय सामान्य बोलेरो कार में वाशिम ऑफिस पहुंचीं।
वाशिम में मीडिया के सवालों पर खेडकर ने कहा कि वाशिम डिस्ट्रिक्ट कलेक्ट्रेट में ड्यूटी जॉइन करके वे खुश हैं और यहां काम करना चाहती हैं। अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे इस मामले में कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। सरकारी नियम मुझे इस मामले में कुछ कहने की अनुमति नहीं देते।
वहीं पुणे पुलिस अधिकारी खेडकर द्वारा कार पर लाल बत्ती लगाने और VIP नंबर लेने के आरोपों की जांच करने खेडकर के पुणे आवास पहुंचे। यहां पुलिस को गेट पर ताला लगा मिला। परिसर में मौजूद खेडकर की मां ने मीडिया को वीडियो रिकॉर्ड करने से रोका।
पूजा ने UPSC को बताया- मानसिक रूप से अक्षम हूं
पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए एक हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था, जबकि मेडिकल टेस्ट देना जरूरी होता है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा का पहला मेडिकल टेस्ट दिल्ली AIIMS में अप्रैल 2022 में शेड्यूल हुआ था। उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने का हवाला देकर इसमें शामिल होने से मना कर दिया था। हालांकि ये साफ नहीं हुआ है कि जब पूजा ने एग्जाम में शामिल होने से मना कर दिया था तो फिर सिलेक्शन क्यों और कैसे हुआ?
MRI टेस्ट में भी शामिल नहीं हुईं पूजा
रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा ने जुलाई और अगस्त में हुए टेस्ट शेड्यूल में भी शामिल होने से मना कर दिया था। सितंबर में हुए शेड्यूल टेस्ट को भी उन्होंने आधा अटेंड किया था। यही नहीं, पूजा MRI टेस्ट में भी शामिल नहीं हुई थीं। इस टेस्ट में इस बात की जांच होती है कि आप देख सकते हैं या नहीं। वहीं, पूजा ने खुद को पिछड़ा वर्ग (OBC) का बताया था। इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।