पश्चिम और दक्षिण मध्य प्रदेश से आए ज्यादा मामले
सूत्रों ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में सीएम यादव ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि ऐसी गतिविधियों को रोका जाना चाहिए। इसके बाद पुलिस ने राज्य में इन अभियानों को तेज कर दिया था। पिछले 10 वर्षों में ऐसे मामलों के पुलिस रिकॉर्ड के विश्लेषण से पता चला है कि उनमें से अधिकांश पश्चिम और दक्षिण मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से रिपोर्ट किए गए थे।