नई दिल्ली । देश में कोरना के घातक वायरस का तांडव लगातार फिर जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार देश में बीते 24 घंटे में 1 लाख 17 हजार 100 नए मामले पाए गए हैं और 325 लोगों की मौत हुई है वहीं 30 हजार 3 सौ 86 लोग ठीक होकर घरों को लौटे। हाालंकि इस समयावधि में 302 लोगों की मौत हो गई। नए मामले पाए जाने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 3 लाख 71 हजार 3 सौ 63 हो गए हैं। वहीं अब तक कुल मामलों की संख्या 3 करोड़ 52 लाख 26 हजार 386 हो गई है।
मंत्रालय के अनुसार 3 करोड़ 43 लाख 71 हजार 8 सौ 45 लोग ठीक होकर घरों को लौटे। अब तक देश में 4 लाख 83 हजार 1 सौ 78 लोगों की मौत हो चुकी है। एमओएचएफडब्ल्यू के अनुसार देश में गुरुवार को 15 लाख 13 हजार 377 लोगों के सैंपल्स की जांच हुई। अब तक 68 करोड़ 68 लाख 19 हजार 1 सौ 28 सैंपल्स की जांच हो चुकी है। देश में फिलहाल टोटल पॉजिटिविटी रेट 7.74 फीसदी है। वहीं वैक्सीनेशन की बात करें तो अब तक 1 अरब 49 करोड़ 66 लाख 81 हजार 1 सौ 56 खुराक दी जा चुकी है जिसमें से 94 लाख 47 हजार 56 खुराक गुरुवार को दी गई।
कोरोना वायरस के नए मामलों से निपटने के लिए सरकार बेहतर तरीके से तैयार है और जरुरत पड़ने पर देश में प्रति दिन 19,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग को पूरा किया जा सकता है। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के देश के आर्थिक वृद्धि पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका नहीं है। जैन ने देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में 4,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाले ‘प्रेशर स्विंग एडजॉर्प्शन’ (पीएसए) संयंत्र स्थापित किए गए हैं। फिलहाल लगभग 1.4 लाख ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर उपलब्ध है और उत्पादन क्षमता लगभग 9,800 मीट्रिक टन हो गई है। उन्होंने कहा अगर देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती है, तो प्रति दिन 17,000-18,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। ऐसी स्थिति में जरुरत पड़ने पर 19,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग पूरी की जा सकती है।
उधर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच गुरुवार को एक बैठक में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के गौतम बौद्ध नगर (नोएडा) और गाजियाबाद के अधिकारी घंटे भर चली बैठक में शामिल हुए। एक अधिकारी ने बताया कि गृह सचिव ने दिल्ली-एनसीआर में कोविड की स्थिति, अस्पताल के बिस्तरों, ऑक्सीजन और अन्य बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता का जायजा लिया। बैठक में राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपनी तैयारियों और कोरोना वायरस मामलों की संख्या में अचानक वृद्धि से निपटने के लिए उठाए गए कदमों से अवगत कराया।
अधिकारी ने कहा कि समझा जाता है कि केंद्र सरकार के अधिकारियों ने तीनों राज्यों को आकस्मिक योजनाओं के साथ तैयार रहने को कहा और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड के 15,097 नये मामले दर्ज किए और बीमारी के कारण छह और मौतें हुईं, जबकि संक्रमण दर बढ़कर 15.34 प्रतिशत हो गई। बृहस्पतिवार को दर्ज किए गए नए मामलों की संख्या एक दिन पहले दर्ज किए गए आंकड़ों की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक है। गौतम बौद्ध नगर में संक्रमण के उपचाराधीन मामलों की संख्या 1,000 का आंकड़ा पार कर गई है जहां जिला प्रशासन ने रात के कर्फ्यू के विस्तार सहित सख्त प्रतिबंधों की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश में कोविड के सबसे अधिक 511 मामले बुधवार को गौतम बौद्ध नगर में सामने आए। पड़ोसी गाजियाबाद में 255 नए मामले सामने आए। हरियाणा में, कोविड के नये मामलों की संख्या बुधवार को पिछले दिन की तुलना में लगभग दोगुनी हो गई। राज्य में बुधवार को 2,176 मामले दर्ज किए गए, जिनमें गुरुग्राम से 1,178 मामले शामिल हैं। एनसीआर जिलों फरीदाबाद और सोनीपत में बुधवार को क्रमश: 259 और 131 मामले सामने आए।